बिहार के किशनगंज में 27 फरवरी को एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और उसके शव को उसके घर के आंगन में रख दिया गया था. मृतक के भाई के आवेदन पर थाने में मामला दर्ज किया गया. आवेदन में प्रेम प्रसंग में हत्या कर साक्ष्य छुपाने का शक जताया गया है. अब इस मामले में मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में 26 दिन बाद शव को कब्र से बाहर निकाला गया है।
26 दिन बाद शव को कब्र से निकाला गया बाहर: मृतक के भाई ने पुरानी दोस्त और उसके पति पर हत्या का आरोप लगाया है. किशनगंज जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र में 26 दिनों के बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कब्र खोदकर शव को बाहर निकाले जाने के बाद इलाके में सनसनी मच गई है।
भाई का प्रेम प्रसंग में हत्या का आरोप: मृतक के भाई नोमान आलम के द्वारा जिला पदाधिकारी विशाल राज और एसपी सागर कुमार से न्याय की गुहार लगाई गई थी, जिसके बाद जिला पदाधिकारी विशाल राज के द्वारा मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई और बुधवार को कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला गया. शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।
‘दूसरे स्थान पर हत्या कर शव घर में रखा’ : गौरतलब है कि मृतक मुजम्मिल की संदिग्ध परिस्थितियों में बीते 27 फरवरी 2025 को मौत हुई थी. मृतक के भाई नोमान आलम ने पुलिस अधीक्षक सागर कुमार को दिए गए आवेदन में कहा है कि उसके भाई की किसी अज्ञात स्थान पर हत्या करने के बाद शव को घर के आंगन में लाकर रख दिया गया था।
“उस वक्त जब मैं थाना में मामला दर्ज करवाने जा रहा था तो कुछ लोगों ने धमकी देकर थाना जाने नहीं दिया. मुझे गांव के ही एक पति पत्नी पर शक है. पति पत्नी ने मिलकर मेरे भाई को मारा है और शव को आंगन में लाकर रख दिया. महिला की शादी से पहले से ही मेरे भाई से जान पहचान थी. इस कारण से शादी के बाद पति पत्नी के बीच हमेशा झगड़े होते थे.”-नोमान आलम, मृतक के भाई
21 मार्च को मामला हुआ दर्ज: इधर शव निकाले जाने की सूचना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई. एफएसएल की टीम के द्वारा भी घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किया गया है. एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि मामले की जांच हो रही है. अनुसंधान के लिए मृतक के शव को कब्र से निकाला गया है. कब्र से शव निकाले जाने की सूचना आग के तरह चारों तरफ फैल गई और इस मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
“21 मार्च 2025 को फतेहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा.“- गौतम कुमार, एसडीपीओ