झारखंड में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिसर से ‘बेहिसाब’ नकदी की बरामदगी जारी है। बरामद किए गए नोटों की गिनती अभी भी जारी है। 200 करोड़ से बढ़कर कैश की गिनती 295 करोड़ के लगभग पहुंच गई है। जल्द ये आंकड़ा 300 करोड़ को पार कर लेगा क्योकि अभी कई कमरों की जांच बाकी है। आईटी के सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी में अभी और समय लग सकता है क्योंकि अभी करीब 6-7 रूम ऐसे है जिनको चेक करना बाकी है।
9 लॉकर को खोला जाना बाकी
इसके साथ ही साथ 9 लॉकर को भी अभी खोला जाना बाकी है। इतना ही नही आयकर विभाग के हाथ कुछ और ठिकानों की जानकारी मिली है जहां कैश और आभूषण हो सकते हैं। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने जहां पर अभी तक छापेमारी की है उनमें बौध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और इससे जुड़े परिसर, बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के ठिकाने, बौध डिस्त्रलरी के भुवनेश्वर स्थित कॉरपरेट आफिस शामिल है।
इनकम टैक्स की अभी भी छापेमारी में जुटी
कांग्रेस सांसद के ठिकानों पर इनकम टैक्स के अधिकारी अभी भी मौजूद हैं। इसी कंपनी की बौद्ध रामचिकाता और राणीसती राइस मिल पर भी टीम मौजूद है। बोलांगीर के सुदापडा और तितिलागढ़ के दो शराब कारोबारियों के आवास पर भी छापेमारी जारी है। रांची के रेडियम रोड और लोहरदगा में सांसद धीरज साहू के आवास पर भी रेड जारी है।
तीन दर्जन से ज्यादा मशीनें कर रहीं नोटो की गिनती
सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने राशि गिनने के लिए तीन दर्जन से अधिक नोट गिनने वाली मशीनें लगाई हैं। मशीनों की सीमित क्षमता की वजह से बेहिसाब राशि को गिनने में समय लग रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अलमारियों में रखी 200 करोड़ रुपये की नकदी ओडिशा के बोलांगीर जिले में डिस्टिलरी समूह के परिसर से बरामद की गई जबकि शेष राशि ओडिशा के संबलपुर तथा सुंदरगढ़, झारखंड के बोकारो और रांची जैसे अन्य स्थानों से बरामद की गई। कुछ रकम कोलकाता से भी मिली।
बीजेपी ने कांग्रेस सांसद को गिरफ्तार करने की मांग की
बीजेपी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू को गिरफ्तार करने की मांग की है। मरांडी ने कहा कि साहू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो और उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी नकदी की बरामदगी हैरान कर देने वाली है। उन्होंने मामले में गहन जांच की मांग की और आरोप लगाया कि इस राशि का कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ भी संबंध है।