National

जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले पर सुनवाई टली, अब 30 जनवरी को सुनवाई

Google news

दिल्ली से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। जहां नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई टल गयी है। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 30 जनवरी को होगी। बता दें कि लैंड फोर जॉब मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल किया है जिसमें बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।

18 मई 2022 को सीबीआई ने लालू-राबड़ी और उनकी दोनों बेटी सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन सभी पर रेलवे में फोर्थ ग्रेड की नौकरी देने के बदले जमीन लेने का आरोप है। यह काम उस वक्त किया गया जब लालू रेल मंत्री थे। यह जमीन लेकर नौकरी देने का मामला 2004 से 2009 के बीच का है।

लैंड फॉर जॉब्स मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने पर दिल्ली की राऊज एवेन्यु कोर्ट में सुनवाई टल गयी। अब 30 जनवरी को इस मामले पर सुनवाई होगी। दरअसल, रेल में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में CBI की तरफ से चार्जशीट दाखिल की गई थी। चार्जशीट में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया है। अब इस मामले में 30 जनवरी की सुनवाई में कोर्ट क्या निर्णय लेती है इस पर लोगों की नजर टिकी हुई है।

वहीं, इससे पहले सुनवाई के दौरान आरोपियों के वकील ने दलील दी थी कि सीबीआई की तरफ से जो चार्जशीट दाखिल की गई है उससे जुड़े कई दस्तावेज उन्हें नहीं अभी नहीं मिले हैं। जिस पर सीबीआई की स्पेशल जज गीतांजलि गोयल ने CBI को चार्जशीट से जुड़े तमाम दस्तावेज आरोपियों को जल्द से जल्द मुहैया करने का आदेश दिया है। जिसके साथ ही लैंड फॉर जॉब के आरोपियों के पासपोर्ट भी कोर्ट में जमा करा लिए गए हैं। इससे पहले कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को इस मामले में राहत दी थी। जिसके तहत उन्हें कोर्ट आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। और लालू परिवार समेत अन्य को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी थी।

मालूम हो कि, लैंड फॉर जॉब मामला उस वक्त का है जब यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में लालू यादव रेल मंत्री थे। आरोप लगे है कि उन्होने जमीन के बदले में फर्जी तरीके से नौकरी दी। जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। जांच की शुरुआत 18 मई 2022 को हुई थी। जब सीबीआई ने 16 नामजद समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में पहली गिरफ्तारी 27 जुलाई 2022 को लालू के करीबी भोला यादव के तौर पर हुई थी। 13 जनवरी 2023 को सीबीआई को केस चलाने की मंजूरी मिली। 7 मार्च 2023 को सीबीआई ने लालू यादव से पूछताछ की थी। 10 मार्च 2023 को लालू-राबड़ी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखा था 16 मई 2023 को सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट फाइल की थी।

22 सितंबर को कोर्ट ने सीबीआई की नई चार्जशीट को मंजूर करते हुए लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 13 आरोपियों को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का समन जारी किया था। सीबाई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी इस मामले में आरोपी बनाया है। इससे पहले तेजस्वी का नाम इस केस में नहीं था। हालांकि लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटी सांसद मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों का नाम पहले की चार्जशीट में शामिल था।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Sumit ZaaDav

Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.

भागलपुर में खुला पटना का फैमस चिका लिट्टी स्पैम कॉल : दूरसंचार कंपनियों ने 50 संस्थाओं को बैन किया, 2.75 लाख कनेक्शन काटे भागलपुर : युवक का अवैध हथियार लहराते फोटो वायरल भागलपुर में पार्षद नंदिकेश ने तुड़वाया वर्षों से बंद पड़े शौचालय का ताला ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से स्कूल परिसर में किया पौधारोपण