मुंबई में होली और होलिका दहन के अवसर पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर नकेल कसते हुए, मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने विशेष अभियान चलाया। इस दौरान 17,495 चालान जारी किए गए, जिनसे कुल ₹1.79 करोड़ का जुर्माना वसूला गया। यह कार्रवाई 13 और 14 मार्च को आयोजित की गई, जिसमें शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज गति, बिना हेलमेट और ओवरलोडिंग जैसे उल्लंघनों पर विशेष ध्यान दिया गया। विशेष अभियान का संचालन: होली के त्योहार के दौरान सड़क दुर्घटनाओं और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने 13 और 14 मार्च को विशेष अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित करना और यातायात नियमों का पालन करवाना था। पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों में नाकेबंदी कर वाहनों की जांच की और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की। उल्लंघनों का विवरण: इस विशेष अभियान के दौरान कुल 17,495 चालान जारी किए गए, जिनसे ₹1,79,09,250 का जुर्माना वसूला गया। 13 मार्च को 8,073 उल्लंघनकर्ताओं पर कार्रवाई की गई, जबकि 14 मार्च को यह संख्या बढ़कर 9,422 हो गई। मुख्य उल्लंघनों में शामिल थे: बिना हेलमेट के वाहन चलाना: 4,949 मामलों में चालान जारी किए गए। शराब पीकर गाड़ी चलाना: 183 मामलों में कार्रवाई की गई। तेज गति से वाहन चलाना: कई मामलों में चालान जारी किए गए, हालांकि सटीक संख्या उपलब्ध नहीं है। ओवरलोडिंग: अनेक मामलों में जुर्माना लगाया गया। इन उल्लंघनों पर सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि ट्रैफिक पुलिस ने सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पुलिस बल की तैनाती: होली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुंबई पुलिस ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे। करीब 11,000 पुलिस कर्मियों को शहर में तैनात किया गया था, जिसमें 1,767 पुलिस अधिकारी और 9,145 पुलिसकर्मी शामिल थे। इसके अलावा, विशेष बल जैसे SRPF, RCP, QRT और होम गार्ड्स की भी सहायता ली गई थी। इन तैनातियों का उद्देश्य त्योहार के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना था। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता: मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने इस अभियान के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया है। शराब पीकर गाड़ी चलाना, बिना हेलमेट के वाहन चलाना और तेज गति से ड्राइविंग जैसे उल्लंघन न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि यह स्वयं और दूसरों की जान के लिए भी खतरा हैं। पुलिस की इस सख्ती का उद्देश्य लोगों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। जनता की प्रतिक्रिया: इस अभियान पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है, क्योंकि इससे सड़क सुरक्षा में सुधार होगा। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि पुलिस को जुर्माना लगाने के साथ-साथ जागरूकता अभियानों पर भी जोर देना चाहिए, ताकि लोग स्वेच्छा से नियमों का पालन करें। मुंबई ट्रैफिक पुलिस का यह विशेष अभियान सड़क सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। त्योहारों के दौरान ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करना आवश्यक है, ताकि सभी लोग सुरक्षित और खुशहाल तरीके से त्योहार मना सकें। आवश्यक है कि हम सभी यातायात नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा में अपना योगदान दें।
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