सत्ता में वापसी के लिए ‘मईयां’ पर हेमंत सोरेन की दावेदारी, कल्पना सोरेन बनेंगी गेमचेंजर?

GridArt 20241015 142043254

झारखंड में सत्ता की लड़ाई में तलवारें खिंच गई हैं। बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के जवाब में हेमंत सोरेन ने गांडेय विधायक और अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को जिम्मेदारी सौंपी। कल्पना सोरेन ने चुनावों के ऐलान से पहले ही कोल्हान, दक्षिणी छोटा नागपुर और पलामू डिवीजन में 70 रैलियों के साथ जेएमएम को जमीन पर खड़ा कर दिया है।

महिला पर फोकस्ड जेएमएम की रैलियों में कल्पना को देखने और सुनने के लिए बड़ी भीड़ उमड़ी है। इन कार्यक्रमों के लिए जेएमएम ने मईयां सम्मान योजना को हथियार बनाया था। हेमंत सोरेन के दोबारा झारखंड की सत्ता संभालने के बाद जेएमएम-कांग्रेस सरकार ने इस योजना का ऐलान किया था। इसके बाद ही कल्पना बीजेपी के मुकाबले को मैदान में निकलीं।

मईयां सम्मान योजना

झारखंड सरकार ने 18 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए 2.5 हजार रुपये प्रति महीने देने का ऐलान किया है। सोमवार को इस योजना की राशि को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया। झारखंड की योजना भी उन योजनाओं की तरह है, जो पहले से ही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और अन्य राज्यों में चल रही हैं।

जेएमएम की रणनीति

मईयां सम्मान योजना के प्रति लोगों में जागरूकता जगाने और लोगों का रुझान देखने के लिए हेमंत सोरेन ने कल्पना सोरेन और जेएमएम की महिला विधायकों को मईयां सम्मान यात्रा के जरिए जनता के बीच भेजा। जेएमएम की कोशिश एक तो अपनी योजना को जनता के बीच पहुंचाना था और दूसरा 2 अक्टूबर को हजारीबाग में खत्म हुई बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के प्रभाव को कम करना था। बता दें कि बीजेपी ने झारखंड की सत्ता में लौटने पर महिलाओं के लिए गोगो दीदी योजना के तहत 2100 रुपये हर महीने देने का ऐलान किया है।

महिला वोटरों पर जेएमएम-बीजेपी की नजर

झारखंड में जेएमएम और बीजेपी की नजर महिला वोटरों पर है। झारखंड में मतदाताओं की संख्या कुल तकरीबन 2.59 करोड़ है। इनमें महिलाओं की संख्या 1.26 करोड़ है। दोनों पार्टियों की कोशिश महिला वोटरों को साधने की है।

गेमचेंजर बनीं कल्पना सोरेन

झारखंड में मईयां सम्मान यात्रा को पहले जेएमएम की महिला विकास मंत्री बेबी देवी संबोधित करने वाली थीं, लेकिन यात्रा का आकर्षण बनीं कल्पना सोरेन। कल्पना ने 23 सितंबर तक यात्रा के पहले चरण में कुल 70 रैलियों को संबोधित किया। चाहे वह चंपई सोरेन का इलाका कोल्हान हो या बीजेपी के प्रभाव वाला पलामू क्षेत्र, कल्पना हर डिवीजन में महिला वोटरों तक पहुंचीं हैं। यात्रा का दूसरा चरण बुधवार से शुरू होगा। इस चरण में कल्पना सोरेन और जेएमएम की अन्य महिला विधायक 75 से ज्यादा रैलियों को संबोधित करेंगी।

देखना होगा कि विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद झारखंड में जेएमएम का कैंपेन कैसे चलता है। लेकिन कोल्हान, दक्षिणी छोटा नागपुर और पलामू डिवीजन में 70 रैलियां करके कल्पना सोरेन ने लीड ले ली है। कोल्हान जेएमएम का गढ़ रहा है, लेकिन चंपई के पाला बदलने के बाद जेएमएम जनता के बीच पहुंची है। दक्षिणी छोटा नागपुर और पलामू डिवीजन में बीजेपी मजबूत रही है, लेकिन यहां भी कल्पना ने मेहनत की है। देखना होगा कि विधानसभा चुनावों में कल्पना की मेहनत का जेएमएम को कितना फायदा मिलता है।

Sumit ZaaDav: Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.