पितृपक्ष में पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करते हैं। ऐसी मान्यता है कि पितरों को तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही पितरों की कृपा बनी रहती है। लेकिन क्या आपने कभी स्वर्ग में बैठे लोग भी अपने पितरों को तर्पण देते हुए। ऐसी मान्यता है कि स्वर्ग में जहां पितरों को तर्पण दे रहे लोग होते हैं, वे ब्रह्मा, विष्णु और महेश के सामने होते हैं और तर्पण द रहे लोंग ठीक उनके पीछे रहते हैं।
इसके साथ ही भगवान विष्णु क्षीर सागर में लेटे हुए रहते हैं। इस बात का यकीन करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन यह बात सच हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रानी कटरा नाम का एक मोहल्ला जो काफी प्राचीन हैं। इस मोहल्ले में 130 साल पुराना चारों धाम बसा हुआ है, जहां दर्शन करने के साथ ही स्वर्ग और नर्क के दर्शन करने का मौका मिल जाता है।
स्वर्ग में बैठकर देते हैं पितरों को तर्पण
बता दें कि पितृपक्ष के दौरान इस मंदिर में स्वर्ग में बैठकर अपने पितरों को दर्पण लोगों को बहुत ही अच्छा लग रहा है। यहां के मुख्य पुजारी के अनुसार, पहले पुजारी जी नदियों में तर्पण दिया करते थे, लेकिन नदी का पानी साफ न होने की वजह से वह इस मंदिर में बने स्वर्ग में बैठकर अपने पितरों को तर्पण देते हैं। यह देखने में एक अलौकिक अनुभव प्राप्त होता है।
पवित्र जगह
इस स्थान पर पितरों को तर्पण देने से उन्हें शांति मिलती है। इसके साथ ही उन्हें मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। उत्तर प्रदेश में स्थिति यह मंदिर में चारों धाम के दर्शन हो जाते हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर में ऊपर की ओर जाने पर जगन्नाथ पुरी के भी दर्शन हो जाते हैं। इसके साथ ही इस स्थान पर द्वारकाधीश और आगे जाने पर बद्रीनाथ भगवान का भी दर्शन हो जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर आने के बाद जीवित रहते ही स्वर्ग में आने का अहसास हो जाता है।