विनेश फोगाट ने इतिहास रच दिया है। ओलंपिक के इतिहास में वह पहली महिला पहलवान बन गई हैं, जिन्होंने फाइनल में जगह बनाई है। एक दिन में तीसरी बाउट के लिए उतरी विनेश फोगाट को देख कर बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि उन पर थकान हावी है। बेहद ही आराम से विनेश फोगाट ने 5-0 से क्यूबा की पहलवान Yusneylys Guzmán Lopez को 5-0 से हरा दिया। जैसे ही विनेश के मैच का टाइम खत्म हुआ, उनके चेहरे पर मुस्कान खिल उठी। वहीं दूसरी ओर उनके कोच अपने आंसू नहीं रोक पाए।
हंगरी के वोलर अकोस साल 2018 से विनेश के साथ हैं। कड़ी ट्रेनिंग के लिए विनेश हंगरी के शिविर में गई थीं, जहां उन्होंने ट्रेनिंग ली और अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश की। विनेश के सामने दिक्कत यह थी कि कम वजन की श्रेणी होने की वजह से उन्हें फास्ट अटैक का सामना करना पड़ता था। यह कमी उन्हें अक्सर बड़े मौकों पर भारी पड़त रही थी। लेकिन अकोस की निगरानी में उन्होंने अपनी इस कमी को दूर करने की कोशिश की और अपनी तकनीक में बदलाव किया।
कोच के साथ जीता मैड्रिड में गोल्ड
विनेश ने जब अपनी तकनीक में बदलाव किया तो उसके बाद उन्हें सफलता मिलने लगी। मैड्रिड में स्पेनिश ग्रां प्रिक्स में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। एशियन गेम्स में अकोस उनके साथ नहीं थे, लेकिन उन्होंने गोल्ड जीता।
एक दिन में 3 मैच जीते
विनेश फोगाट के लिए आज का दिन काफी बिजी रहा। उन्हें प्री क्वार्टर फाइनल में पहला ही मुकाबला दुनिया की नंबर एक पहलवान यूई सासाकी को हरा दिया। यूई सासाकी चार की बार की वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं और ओलंपिक में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी थीं। मगर विनेश ने पेरिस ओलंपिक का सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हरा दिया। अब सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान को हराकर इतिहास रच दिया।