सिवानः पूर्व सांसद दिवंगत मो.शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी नजर में सभी का सम्मान है. मेरे लिए झंडा लाल हो, हरा हो, नीला हो, या पिला सब बराबर है. जिसके बाद राजनीति गलियारों में हलचल बढ़ गयी है. तरह-तरह की कयासबाजियां लगाई जा रही हैं।
हिना शहाब के बयान से हलचल तेजः दरअसल मो.शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब हुसैनगंज थाना क्षेत्र के गराड गांव में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची थीं, जहां लोगों से रूबरू होते हुए हिना ने कहा कि आज हमलोग 15 वर्ष से किसी भी पद पर नही हैं, लेकिन मुझे बहुत सुकून तब मिलता है, जब मैं आप लोगों के बीच आती हूं. उन्होंने कहा कि हर आदमी को सम्मान पाने का पूरा हक है. सबको जीने का बराबर अधिकार है।
जदयू का दामन थाम सकती हैं हिनाः हेना शहाब यहीं नहीं रुकी उन्होंने ने ईशारों ही ईशारों में कह दिया कि मेरे लिए झंडा लाल हो, हरा हो, नीला हो या पिला सब बराबर है. जिसके बाद शहर में चर्चा चल रही है कि हिना शहाब जदयू का दामन थाम सकती हैं. हालांकि ऐसा वाकई होगा या फिर यह चर्चा तक ही सीमित है, ये कुछ दिनों में ही क्लियर हो जाएगा।
“आज हमलोग 15 वर्ष से किसी भी पद पर नही हैं, फिर भी मैं जनता के बीच आती जाती रहती हूं, मुझे सुकून मिलता है. मेरे लिए सब बराबर हैं. मेरे लिए झंडा लाल हो, हरा हो, नीला हो या पिला सब बराबर है”- हिना शहाब, मो.शहाबुद्दीन की पत्नी
शहाबुद्दीन की मृत्यु के बाद बिगड़े संबंधः आपको बता दें कि पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की मृत्यु के बाद से ही हेना शहाब के राजद के संबंध बिगड़ने लगे. समर्थकों का कहना है कि जब शहाबुद्दीन की दिल्ली के अस्पताल में मृत्यु हुई तो उस वक़्त कोरोना कॉल का वक्त था. लालू यादव एवं तेजस्वी यादव दिल्ली में महज कुछ ही दूरी पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी उनके परिवार से मिलना या बात करना मुनासिब नहीं समझा, हालांकि मो. शहाबुद्दीन का अंतिम संस्कार दिल्ली में ही हुआ था।
हिना शहाब को राज्यसभा भेजने की थी मांगः अभी यह सब चर्चा चल ही रही थी कि हेना शहाब का एक बड़ा पोस्टर पटना में राज्यसभा भेजने के लिए लग गया, जिसमें समर्थकों ने हिना शहाब को राज्यसभा भेजने की लालू परिवार से मांग की थी, लेकिन राजद ने राज्यसभा दोबारा अपनी बेटी मीसा भारती और एक अन्य मुस्लिम विधायक को राज्यसभा भेज दिया।
शहाबुदीन परिवार से आरजेडी की बढ़ती रही दूरियांः इसके बाद शहाबुद्दीन समर्थकों ने भारी नाराजगी जाहिर की और हिना शहाब से कुछ बड़ा एलान करने की मांग करने लगे, जिसके बाद से हेना शहाब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह कहा कि मैं अभी किसी भी पार्टी में नही हूं, मैं न्यूट्रल हूं. इस बयान के बाद बताया जाता है कि राजद और शहाबुदीन परिवार में और दूरियां बढ़ा दीं, वक्त का पहिया चलता रहा और फिर जदयू के साथ राजद ने सरकार बना ली।
सरकार में रहने पर भी इग्नोर करती रही आरजेडीः करीब डेढ़ वर्ष तक राजद सरकार में रही, लेकिन फिर भी शहाबुद्दीन परिवार को कोई तवज्जो आरजेडी से नहीं मिली. बल्कि राजद पूरा का पूरा उन्हें इग्नोर कर अपनी राजनीतिक सफर में मशगूल रहे. अब जदयू और भाजपा ने फिर मिलकर सरकार बनाई है, जिसके बाद से अब इस समय हिना शहाब का यह बयान बहुत कुछ इशारा कर रहा है।