बिहार की राजधानी पटना में बीजेपी विरोधी दलों की बैठक हुई. बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं ने साझा बयान जारी किया. इस दौरान सभी नेताओं ने एक सुर में बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. बैठक समाप्त होने क बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बिहार जनांदोलनों की भूमि रही है और यहां से देश में एक इतिहास बनने जा रहा है. वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि देश में बिहार की जमीन से जो इतिहास को बनने जा रहा है, उसकी जम्मू-कश्मीर से हो चुकी है।
संयुक्त विपक्ष की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहा कि बिहार जन आंदोलनों की भूमि रही है और एक बार फिर इस बिहार से इतिहास बनाने की शुरुआ हुई है. उन्होंने कहा कि हम एकजुट हैं, हम एकजुट होकर लड़ेंगे. इतिहास यहीं से शुरू हुआ है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘तानाशाही’ सरकार फिर से चुनकर आ जाएगी, तो देश में अगला चुनाव नहीं होगा, लेकिन हम यह कहना चाहते हैं कि हम यहां इस फासीवादी सरकार के खिलाफ एकजुट होने के लिए यहां बैठे हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बिहार की जमीन से जो इतिहास बनने जा रहा है, उसकी शुरुआत जम्मू-कश्मीर से हो चुका है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यह करेगी कि हम गांधी के मुल्क को ‘गोडसे का मुल्क’ नहीं बनने देंगे. उन्होंने कहा कि जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है उसका प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है. इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वहीं हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है. हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है।
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान देश की हालात ठीक नहीं है. किसान और युवाओं की क्या स्थिति है यह सबको पता है. अनेकता में एकता के बीच दरारें पड़ गयी है. उसको रिपेयर करने का काम करना है. आज अलग-अलग विचार धारा के लोग यहां उपस्थित हुए हैं. सदियों से जिनके साथ शोषण होता रहा है उससे कैसे निजात मिले। इस पर चर्चा हुई. सोरेन ने कहा कि नीतीश जी ने बड़ी मशक्कत के बाद सब लोगों को एकसूत्र में बांधने का प्रयास किया है मैं इसके लिए उन्हें कोटी-कोटी धन्यवाद देता हूं।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आज पटना नए राजनीतिक जागरण का गवाह बन रहा है. यहां देशभर के नेता मिल रहे हैं. हम सब मिलकर काम करेंगे. देश कैसे आगे बढ़े, इस दिशा में काम होगा. जबकि नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं है. हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है. यह उसूलों, विचारधारा, सोच, इरादों की लड़ाई है. वज़ीर-ए-आज़म को व्हाइट हाउस में लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छा लगा लेकिन यह लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर तक क्यों नहीं पहुंचता?