कोरोना वायरस ने की तरह अब HMPV वायरस ने भी चीन में तबाही मचा रखी है, जिसका असर अब भारत में देखने को मिल रहा है। HMPV वायरस के भारत में दस्तक देने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर रखी है। इस वायरस का असर बच्चों में देखने को मिल रहा है, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कॉविड जैसे नॉर्म्स का पालन करने की एडवाइजरी दी है।
मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण शाह ने बताया कि एचएमपीवी से बचाव के लिए कोविड-19 के समान ही सावधानियां बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चों का खास ख्याल रखना चाहिए। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट के रहने का निर्देश दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी के लिए अभी तक कोई विशेष दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए, इस वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। यदि आपको एचएमपीवी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बचाव के लिए करें ये काम-
बार-बार हाथ धोना
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना।
खांसते या छींकते समय मुंह ढकना।
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी है।
बता दें कि एचएमपीवी एक श्वसन तंत्र से जुड़ा वायरस है। यह खांसी और छींक से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, नाक बहना, सांस लेने में तकलीफ, और गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस या न्यूमोनिया शामिल हैं।