पेरिस ओलंपिक 2024 के मेंस हॉकी इवेंट के सेमीफाइनल में भारत का सामना मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी से होगा। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत ने पेनाल्टी शूट-आउट में ग्रेट ब्रिटेन को4-2 से हराया था। इस मैच में टीम इंडिया सिर्फ 10 खिलाड़ियों से ही खेल रही थी। इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखा दिया गया था। इस वजह वो सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे। इसके अलावा उन पर एक मैच का प्रतिबंध भी लगाया गया है।
अमित रोहिदास का ना खेलना इस मैच में टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है। वो इस समय टीम इंडिया के स्टार डिफेंडर में से एक हैं। उनके होने से भारत का डिफेंड काफी ज्यादा मजबूत रहता है। अमित रोहिदास के सेमीफाइनल में ना खेलने के बाद भी टीम इंडिया के पास जर्मनी को हराने का दमखम हैं। अगर बात आंकड़ों की तो भी टीम इंडिया का दबदबा देखने को मिलता है।
जानें क्या कहते हैं आंकड़ें
भारत और जर्मनी के बीच अभी तक 18 मैच हुए हैं। इसमें 8 मैचों में भारत ने जीत हासिल की है। जर्मनी ने भारत को 6 मैचों में हराया है जबकि 4 मैच ड्रॉ रहे हैं। इस मुकाबलों में भारत ने 41 गोल किए हैं। वहीं, जर्मनी ने इन 18 मुकाबलों में 37 गोल किए हैं। इन दोनों देशों के बीच आखिरी बार ओलंपिक में मुकाबला टोक्यो में हुआ था। ये मैच कांस्य पदक के लिए था। इस मैच में भारत ने पेनाल्टी शूटआउट में रोमांचक मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराया था। इस मैच में भी टीम इंडिया के हीरो श्रीजेश थे।
अगर आखिरी के 6 मुकाबलों में भारत ने 5 मैचों में जीत हासिल की है। इन दोनों देशों के बीच आखिरी मुकाबला एफआईएच प्रो लीग में हुआ था। इस मैच में भारत को 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
44 साल बाद फाइनल में जगह बनाने का मौका
भारतीय हॉकी टीम की दीवार श्रीजेश का ये आखिरी टूर्नामेंट हैं। ऐसे में टीम इंडिया के खिलाड़ी उन्हें एक यादगार विदाई देना चाहेंगे। भारतीय हॉकी टीम ने अभी तक ओलंपिक में आठ गोल्ड मेडल जीते हैं। उन्होंने आखिरी बार 1980 में मास्को में गोल्ड मेडल जीता था। ऐसे में अब टीम इंडिया के पास 44 साल बाद फिर से इतिहास बनाने का मौका होगा। अगर भारत फाइनल में पहुंच जाता है तो उसका सिल्वर मेडल पक्का हो जाएगा। भारतीय हॉकी ने आखिरी बार सिल्वर मेडल 1960 में रोम में जीता था।