पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान को चेतावनी दी कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री (खान) ने देश की गोपनीय जानकारियों के लीक होने के मामले की जांच में सहयोग नहीं दिया तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। देश की गोपनीय जानकारी लीक होने के मामले को व्यापक तौर पर ‘सिफर मामले’ के नाम से जाना जाता है। सनाउल्लाह की यह चेतावनी, इमरान खान पर उनके ही एक करीबी सहयोगी द्वारा लगाए गए आरोपों के एक दिन बाद आई है।
‘अगर जांच में सहयोग नहीं तो हो सकती है गिरफ्तारी’
इमरान के करीबी ने उन पर अमेरिका में पाकिस्तान के मिशन से एक राजनयिक ‘केबल’ (गुप्त संदेश) का उपयोग कर सरकार के खिलाफ साजिश होने का विमर्श तैयार करने का आरोप लगाया था। मंत्री ने कहा कि अगर इमरान खान ‘सिफर’ मामले की जांच में सहयोग नहीं करते हैं तो संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान के पूर्व प्रधान सचिव आजम खान के इकबालिया बयान पर विश्वास जताया, जिसमें क्रिकेटर से नेता बने 70 वर्षीय इमरान पर राजनीतिक लाभ हासिल करने, गोपनीय दस्तावेज के सहारे सरकार के विरोध में साजिश का विमर्श तैयार करने के लिए अमेरिका में पाकिस्तान के मिशन से एक ‘सिफर’ का उपयोग करने का आरोप लगाया गया।
एफआईए ने 25 जुलाई को पेश होने को कहा
डॉन समाचारपत्र की खबर के मुताबिक, एफआईए ने इमरान खान को भेजे गए नोटिस में ‘सिफर’ जांच के संबंध में 25 जुलाई को यहां ब्यूरो में पेश होने को कहा है। सनाउल्लाह ने कहा, ”अगर वह (इमरान) जांच के दौरान सहयोग नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ सकता है। जांच के बाद एफआईए सबूतों के आधार पर यह सिफारिश करेगी कि इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं और किन लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाने चाहिए।”