कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने गुरुवार को ‘घर वापसी’ कर ली और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में वापस आ गए। बता दें कि पिछले साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर नाराज होने के बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे, लेकिन उन्हें पार्टी बदलने का कोई खास फायदा नहीं हुआ। नई दिल्ली में स्थित बीजेपी हेडक्वॉर्टर में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राजीव चंद्रशेखर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा, मुख्य प्रवक्ता व मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी और पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र की मौजूदगी में उनकी घर वापसी हुई।
बीजेपी में चढ़ी थीं कामयाबी की सीढ़ियां
हुबली-धारवाड़ मध्य सीट से 6 बार विधायक रहे जगदीश शेट्टार की गिनती राज्य के अनुभवी नेताओं में होती है। शेट्टार का परिवार जनसंघ के दिनों से पार्टी से जुड़ा रहा। वह कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। बीजेपी में रहते हुए उन्होंने मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दीं। कर्नाटक के पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने 67 साल के शेट्टार से दूसरों के लिए रास्ता बनाने के लिए विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का आग्रह किया था, और इसी बात से शेट्टार नाराज हो गए थे।
बीजेपी उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे शेट्टार
जगदीश शेट्टार ने तब जोर देकर कहा था कि वह आखिरी बार चुनाव लड़ना चाहते हैं। जब बीजेपी ने उन्हें तमाम कोशिशों को बावजूद टिकट नहीं दिया तो उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस में शामिल होने के बाद शेट्टार ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने उन्हें टिकट न देकर अपमानित किया और पार्टी को सिर्फ कुछ गिने-चुने लोग चला रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें हुबली-धारवाड़ मध्य सीट से अपना उम्मीदवार भी बनाया था लेकिन वह विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के हाथों पराजित हो गए थे। अब विधानसभा चुनावों के कुछ ही महीने बाद वह एक बार फिर बीजेपी में शामिल हो गए हैं।