बर्नेट के नेतृत्व में होमियोपैथ का कारवां बढ़ रहा आगे, 200 डॉक्टरों को होम्योपैथी विभूषण और होम्योपैथी रत्न अवार्ड
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि होम्योपैथी विधा से दूसरी स्टेज में पहुंचे कैसर को बिना सर्जरी दवाओं से ठीक किया जा सकता है। होम्योपैथी मर्ज को पूरी तरह से समाप्त कर देती है। इसके कोई दुश्चभाव नहीं होते है। वे 24 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए।
होम्योपैथी दवा से सेकेंड स्टेज का कैंसर ठीक-ब्रजेश पाठक
होम्योपैथी रिवोल्यूशन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक के संबंध में उनका अद्भुत अनुभव रहा है। उन्होंने खुद होम्योपैथी दवा से सेकेंड स्टेज का कैंसर ठीक होते देखा है।
यूपी में पहली बार हुई होम्योपैथिक डॉक्टरों की इतनी बड़ी जुटान
कार्यक्रम का आयोजन देश की जानी-मानी होम्योपैथ दवा उत्पादन कंपनी बर्नेट होम्योपैथ प्राइवेट कंपनी लिमिटेड ने किया था। इस कंपनी के चेयरमैन देश के प्रसिद्ध होम्योपैथ चिकित्सक दो नीतिश चंद्र दुबे हैं जो बिहार के मुंगेर जिले के कल्याणपुर के रहने वाले हैं। डॉ दुबे की कल्याणपुर हरिओम होमियो क्लीनिक नई दिल्ली, पटना, बेगूसराय, जमालपुर और भागलपुर में है जहां वे बैठते हैं और मरीजों को देखते हैं।
लखनऊ में हुए होम्योपैथी रिवोल्यूशन कार्यक्रम का लक्ष्य इस पद्धति के प्रति जन जागरूकता पैदा करना था। आयोजन बहुत ही सफल रहा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के 200 प्रमुख डॉक्टरों को होम्योपैथी विभूषण और होम्योपैथी रत्न अवार्ड से नवाजा गया।
असाध्याय रोगों के लिए होम्योपैथी रामबाण; डॉ. दिनेश शर्मा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि एलोपैथिक एक बनारी को ठीक करती है तो दूसरी बीमारी को बुलावा देती है। होम्योपैथी का स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है। होम्योपैथी में लगातार शोध की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस विधा से पथरी का इलाज बिना ऑपरेशन के संभव है। मस्सा , त्वचा और अन्य कई असाध्य बीमारियों में होम्योपैथी रामबाण का काम करती है।
आयुष पर लगातार हो रहे काम: दयाशंकर
आयुष मंत्री डॉक्टर दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि आयुष पद्धति में सुधार के लिए लगातार शोध के काम हो रहे हैं। आयुष अस्पतालों में आधुनिक सुविधाओं में मुक्त करने के साथ ही नई-नई दवाएं भी मंगवाई जा रही है। आयुष विद्या के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में भी बीमारियों पर निरंतर शोध कार्य हो रहे हैं। यह विधा सस्ती और सुगम है। यही वजह है कि इसे अपनाने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
होम्योपैथ को घर-घर तक पहुंचाएं: अश्वनी चौबे
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा की होम्योपैथिक की दवा लगातार लोकप्रिय हो रही है। इसके प्रति जन जागरूकता की जरूरत है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसके बारे में लोगों में प्रचार -प्रसार की जरूरत है। उन्होंने होम्योपैथी के क्षेत्र में डॉक्टर नीतीश दुबे के योगदानों की तारीफ की।
दिग्गज खिलाड़ियों और कलाकारों ने कार्यक्रम को यादगार बनाया
पूर्व क्रिकेटर कपिलदेव ने कहा कि 1983 में जो क्रिकेट का माहौल था वही आज होम्योपैथी का है। लेकिन सबसे जरूरी है कि नए डॉक्टर प्रोफेशनल तौर पर फोकस बढ़ायें।
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने कहा कि आज भी मेरी पहली पसंद होम्योपैथी ही है। फिटनेस के लिए कुछ दवाएं मैं नियमित लेता हूं। आईपीएस नवनीत सिकेरा ने कहा कि आज होम्योपैथी की सबसे बड़ी जरूरत है कि स्किल को कैसे बढ़ाया जाये। इस पद्धति को प्रोफेशनल रूप से ऑर्गनाइज करने की आवश्यकता है।
एम्स की तरह होम्योपैथिक संस्थान खोलने की मांग
शाम को एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रख्यात कवि कुमार विश्वास के गीतों ने समां बांधा। उन्होंने कहा कि अब देश को आईआईटी और एम्स की तरह होम्योपैथी की पढ़ाई के लिए भी संस्थान खोलना चाहिए।
कैलाश खेर , हरिओम पवार, स्वयं श्रीवास्तव ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को उत्कृष्ट बना दिया।
समारोह को होम्योपैथ के प्रख्यात चिकित्सक डॉ रामजी सिंह का भी मार्गदर्शन मिला। विधायक पंकज सिंह, भाजपा नेता अर्जित शाश्वत, वरिष्ठ पत्रकार अभिमन्यु सिंह, बसंत कुमार समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। आगत अतिथियों का स्वागत बर्नेट होम्यो प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल के सदस्य जय प्रकाश दुबे ने किया।
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