बिहार पुलिस की गुंडागर्दी, NSG कमांडो को पीटा, थाने में भी कुटाई, कमांडो ने जोगसर पुलिस पर दर्ज कराई नालसी

IMG 1858IMG 1858

एनएसजी कमांडो शुभम कुमार, जो छुट्टी पर भागलपुर आए थे, ने जोगसर पुलिस पर मारपीट, लॉकअप में बंद करने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए अदालत में एक नालिसी दायर की है। शुभम कुमार ने अपनी नालिसी में उल्लेख किया है कि 4 मार्च को एक मॉल से अपनी बेटी के जन्मदिन की खरीदारी करके लौटते समय पुलिसकर्मियों ने उनसे एक गाड़ी की ओर इशारा करते हुए पूछा कि क्या यह गाड़ी उनकी है, और कहा कि गाड़ी के कारण जाम लग गया है।

हाल ही में छुट्टी पर घर आए एनएसजी कमांडो निजी काम से भागलपुर बाजार में खरीदारी करने गए थे। जोगसर थाना पुलिस ने बिना किसी कारण के उन्हें चौराहे पर बुरी तरह पीटा। जब इससे भी मन नहीं भरा, तो उन्हें थाने में लाकर कई पुलिसकर्मियों ने पीटा और बिना प्राथमिकी दर्ज किए 8 घंटे तक हवालात में बंद रखा। देर रात जब उनके चाचा और भाई आए, तो पुलिस ने एहसान जताते हुए कहा कि वे एनएसजी जवान हैं, इसलिए पीआर बांड भरवाकर छोड़ रहे हैं। जब कमांडो को स्थानीय स्तर पर न्याय की उम्मीद नहीं दिखी, तो उन्होंने सोमवार को महानिरीक्षक को आवेदन दिया। आवेदन में उन्होंने न्याय की मांग करते हुए घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने, दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने, पूरी घटना की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराने, झूठी प्राथमिकी को तुरंत रद्द करने, सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और पुलिस द्वारा किए गए शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के लिए उचित मुआवजा देने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि एनएसजी कमांडो, जो देश की सुरक्षा के लिए जान देने से भी नहीं हिचकिचाते, उनके साथ ऐसा व्यवहार न केवल व्यक्तिगत अन्याय है, बल्कि पूरे भारतीय सशस्त्र बलों के सम्मान पर भी आघात है। जोगसर थाना पुलिस अपराधियों को पकड़ने में विफल रही है और कई घटनाओं का अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है। लेकिन, उन्होंने समाज के भले लोगों, एनएसजी कमांडो और पत्रकारों को भी बिना किसी कारण के अपराधी बनाने का तरीका खोज लिया है, ताकि उनके गलत कामों को देश के सामने न लाया जा सके। योगेश कुमार का विवादों से पुराना नाता रहा है। गोपालपुर और परवत्ता थाने में भी उनका विवादों से संबंध रहा है।

Related Post
Recent Posts
whatsapp