महाराष्ट्र की नवी मुंबई पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक प्रमुख सदस्य सुखबीर बालबीर सिंह, उर्फसुखा को गिरफ्तार किया है. सुखा कथित तौर पर बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान को मारने की साजिश रच रहा था. गिरफ्तारी बुधवार रात को एक पनीपत होटल के कमरे में हुई, जहां संदिग्ध को पुलिस के साथ काम करने वाली एक महिला ने फुसलाकर बुलाया था.
माना जाता है कि संदिग्ध सुखा ने इस साल की शुरुआत में सलमान खान पर हमले की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. लॉरेंस बिश्नोई गैंग संगठित अपराध के लिए अपने लिंक के लिए कुख्यात है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान से तस्करी किए गए हथियारों का उपयोग करके खान की हत्या करने के लिए एक कथित साजिश की गई है.
एक अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बताया कि गिरोह के नेतृत्व के साथ निकटता से जुड़े सुखा डोगर नाम के एक पाकिस्तान-बेस्ड हैंडलर के संपर्क में था. पुलिस सुखा को पकड़ने की योजना बना रही थी.
कैसे महिला ने सुखा को होटल के कमरे में लुभाया?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक युवा महिला, जो अंडरकवर काम कर रही थी. पुलिस ने उससे सुखा से दोस्ती करने और उसका विश्वास हासिल करने का काम सौंपा था. रिपोर्ट के अनुसार समय के साथ दोनों ने बातचीत की और फिर अंतिम स्टिंग ऑपरेशन के लिए जाल बिछाया.
बुधवार को महिला ने सुखा से संपर्क किया और उसे सूचित किया कि वह पनीपत के अभिनंदन होटल में रह रही है. कॉल के दौरान महिला ने कहा कि वह बहुत नशे में है. रिपोर्ट के अनुसार उसने कहा, “मैं पानीपत में कहीं हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि मैं अभिनंदन होटल में कहां हूं. मैं आपको लोकेशन भेज रही हूं, यहां आओ.”
शुरू में संदिग्ध सुखा ने सवाल किया कि क्या वह उसे गिरफ्तारी के लिए फंसा रही है. हालांकि, कुछ हिचकिचाहट के बाद सुखा ने उससे मिलने के लिए सहमति व्यक्त की. इस बात से अनजान कि मुंबई पुलिस ऊपर एक कमरे में तैनात थी. इस बीच जैसे ही वह होटल के कमरे में पहुंचा पुलिस ने उसे दबोच लिया.
सुखा की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता
गौरतलब है कि सलमान खान की हत्या करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की साजिश में चल रही जांच में सुखा की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है. गिरोह ने कथित तौर पर उच्च शक्ति वाले हथियारों जैसे कि AK-47S और M16 राइफलों का उपयोग करने की योजना बनाई थी, जो पाकिस्तान से तस्करी की गई थी.
जांचकर्ताओं ने सुखा को संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक गैंगस्टर और बिशनोई नेटवर्क में अन्य प्रमुख आंकड़े गोल्डी बराड़ से जोड़ने वाले साक्ष्य को उजागर किया है. बता दें कि यह गिरफ्तारी नवी मुंबई पुलिस के पांच अन्य बिशनोई गिरोह के सदस्यों को हिरासत में लेने के बाद आई है.