जम्मू कश्मीर और हरियाणा के एग्जिट पोल सामने आने के बाद विपक्षी दलों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है, तो वहीं बीजेपी अभी भी जीत का दावा कर रही है। हालांकि सवाल यह है कि क्या वाकई एग्जिट पोल के रुझान सच साबित होंगे? इसका अंदाजा पिछले एग्जिट पोल्स के ट्रैक रिकॉर्ड से लगाया जा सकता है।
हरियाणा में कितना सटीक होता है एग्जिट पोल?
हरियाणा के पिछले दो विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2014 में ज्यादातर एग्जिट पोल्स के दावे सच साबित हुए थे। सभी एग्जिट पोल्स में बीजेपी जीतती नजर आ रही थी। वहीं आखिरी नतीजों में भी बीजेपी की जीत हुई। राज्य में बीजेपी को 47 सीटें और कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद 2019 के विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल्स ने बीजेपी की एकतरफा जीत ऐलान किया था। मगर बीजेपी बहुमत के आंकड़े को छूने में नाकाम रही थी। इस चुनाव में बीजेपी को 40 सीटें मिली थीं और कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी। ऐसे में बीजेपी ने 10 सीटें जीतने वाली जेजेपी के साथ गठबंधन की सरकार बनाई थी।
जम्मू कश्मीर में एग्जिट पोल्स का ट्रैक रिकॉर्ड
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं। 2014 के बाद 2019 में चुनाव होने वाले थे। मगर इससे पहले ही केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाते हुए जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा वापस ले लिया था। जम्मू कश्मीर तब से ही एक केंद्रशासित प्रदेश है, जहां पिछले 5 साल से गवर्नर रूल चल रहा है। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में आए एग्जिट पोल्स काफी हद तक सच साबित हुए थे। बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस दौरान महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने 28 सीटें जीतीं थीं और दोनों पार्टियों ने मिलकर राज्य में गठबंधन सरकार बनाई थी।
क्या कहते हैं इस बार के एग्जिट पोल?
इस बार के एग्जिट पोल्स की बात करें तो हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। वहीं जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन की जीत के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि यह रुझान कितने सही साबित होंगे? इसका जवाब 8 अक्टूबर को नतीजों के साथ साफ हो जाएगा।