राशनकार्ड पर फ्री गेहूं-चीनी, दाल-चावल अब कैसे मिलेगा, डीलरों ने किया नहीं बांटने का ऐलान

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उत्तराखंड में सरकारी राशन डीलरों ने एक नवंबर से वन नेशन वन राशन कार्ड (ओएनओआरसी) के तहत वितरित होने वाला राशन गोदामों से नहीं उठाने का ऐलान किया है।

डीलर योजना का लाभांश और भाड़ा नहीं मिलने से नाराज हैं।ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष रेवाधर बृजवासी ने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत वितरित किए जाने वाले राशन का लाभांश और भाड़े का भुगतान कई महीनों से नहीं हो पाया है। वहीं, वन नेशन वन राशन कार्ड योजना प्रदेश में जब से भी लागू हुई है, राशन डीलरों को इसके लाभांश और भाड़े का भुगतान नहीं किया गया है।

जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान ने बताया कि इस संबंध में मंगलवार को डीलर अपर आयुक्त खाद्य पीएस पांगती से मिलेंगे। उनके सामने अपनी समस्याएं रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र उन्हें लाभांश नहीं मिला तो राशन डीलर वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत राशन का वितरण नहीं करेंगे। पीओएस मशीनें लगाने का भी विरोध देहरादून। राशन डीलरों ने राशन वितरण में पीओएस (पॉश) मशीन लगाने का भी विरोध किया है। जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान ने बताया कि उत्तराखंड में विक्रेताओं सभी दुकानों में पीओएस मशीनें लगाने की तैयारी की जा रही है। अभी तक अनाज एटीएम पर ही यह व्यवस्था थी।

पीओएस मशीन से अनाज वितरण की प्रणाली बायोमीट्रिक तरीके से होती है। अभी तक राशन डीलर लैपटॉप में ग्राहकों का डाटा रखते थे। उन्होंने कहा कि जब तक सभी राशन डीलरों को गोदामों से राशन तोलकर नहीं दिया जाता।तब तक पीओएस मशीन लगने नहीं दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि गोदाम से तोलकर राशन नहीं मिलने से कई बार डीलरों को कम राशन मिलता है।

पीओएस मशीन लगने से उन्हें अपने जेब से भरपाई करनी पड़ेगी। लाभांश और भाड़े को लेकर राशन डीलर पहले भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर हुए हैं, लेकिन डीलरों को नियमित रूप से इसका भुगतान नहीं किया जाता है। ऐसे में एक बार भी लाभांश और भाड़े के भुगतान के लिए राशन डीलरों ने आंदोलन की तैयारी कर दी है।