बेगूसराय से इस वक्त मानवता को शर्मसार करने वाली एक खबर निकल कर सामने आया है। यहां एक मासूम बच्ची के साथ दरिंदों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। यह कल रात विजयादशमी का मेला घूमने गई थी। उसके बाद देर रात वह घर वापस नहीं आई तो परिजन परेशान हो गए। उसके बाद इसकी पड़ताल शुरू हो गई। इसके साथ ही पुलिस को इसकी सुचना दे दी गई। उसके बाद पुलिस की टीम भी मामले की जांच में जूट गई है.
बताया जा रहा है कि बच्ची को शनिवार की रात करीब 2 बजे चकिया थाना पुलिस ने एक चिमनी के पास सड़क किनारे से अर्धनग्न और बेहोशी की हालत में बरामद किया। जिसके बाद पुलीस उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय में भर्ती कराया गया। वहीं दूसरी और बच्ची के मेला देखकर घर नहीं लौटने पर परिजन खोजबीन कर रहे थे। तभी बेगूसराय सदर अस्पताल में बच्ची की होने की जानकारी मिली जिसके बाद परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और उसकी पहचान हुई।
वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी-टू भास्कर रंजन के नेतृत्व में चकिया थाने की पुलीस पूरी टीम के साथ सदर अस्पताल पहुंचकर परिजनों से पूछताछ की। घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। घटना के बाद एफएसएल की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। परिजनों ने बताया कि वह अपने पिता के साथ और बहन के साथ रात मेला देखने गई थी इसके बाद वह वापस नहीं लौटी।
बच्ची के परिजनों की माने तो उसे एक साइकिल सवार के द्वारा बहला फुसलाकर कर चिमनी के पास ले जाया गया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। इस संबंध में पिता ने बताया कि मेला देखकर घर जा रही थी, लेकिन पिता मेला में बेटी को ढूंढते रह गया पूरी रात कुछ आता पता नहीं चला। इस मामले में सदर डीएसपी-टू भास्कर रंजन ने बताया कि रात मेला देखने गई एक सात आठ साल बच्ची को अगवा किया गया और उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया है।
फिलहाल मेडिकल बोर्ड के द्वारा पूरे मामले की जांच कराई जा रही है बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे बाल चिकित्सा वार्ड आईसीयू में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है। विजयदशमी के मौके पर जिस तरह से दरिंदों ने एक नाबालिक बच्ची को अगवा कर रेप की घटना को अंजाम दिया है वह अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ी कर रही है।