मध्य प्रदेश के कटनी जिले में एसडीएम को धमकाने के चक्कर में एक शख्स को जेल की हवा खानी पड़ गई। खबर है कि जिले के ढीमरखेड़ा एसडीएम कार्यालय में आरोपी रंजीत पटेल ने पहुंचकर एसडीएम विंकी सिंहमारे से अपना परिचय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की पर्सनल सिक्योरिटी और लेफ्टिनेंट कमांडो के रूप में बताकर दिया और अपने एक जमीन विवाद को हल करवाने को लेकर दवाब डाला।
जमीन विवाद को अपने पक्ष में करने का बना रहा था दवाब
बताया जा रहा है कि आरोपी रंजीत पटेल पिता गया प्रसाद पटेल उम्र 33 साल ग्राम बुढ़रा थाना मझगवा थाना जिला जबलपुर निवासी ने एसडीएम विंकी सिंहमारे से अपना परिचय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की पर्सनल सिक्योरिटी और लेफ्टिनेंट कमांडो के रूप में बताकर तहसील क्षेत्र के गांव में भूमि संबंधी समस्या को हल करने और उसके पक्ष में करने के लिए दबाव डाल रहा था। जिस पर एसडीएम ने ढीमरखेड़ा थाने में अभद्रता करने और शासकीय कार्य प्रभावित करने के संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कर ली।
अमित शाह की पर्सनल सिक्योरिटी में नहीं है तैनात
ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान ने बताया की एसडीएम की शिकायत पर मामले की जांच की गई। युवक से पूछताछ करने पर पता चला कि वह दिल्ली आर्मी में पदस्थ है। सुरक्षा से संबंधी विभिन्न प्रकार के विभागीय प्रशिक्षण भी प्राप्त किए हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की पर्सनल सिक्योरिटी में तैनात होने के दावे पर पुलिस ने आर्मी के अफसरों से जानकारी ली, जिसपर इस नाम का कोई व्यक्ति अमित शाह की सिक्योरिटी में नहीं पाया गया।
आरोपी को भेजा गया जेल
केंद्रीय गृहमंत्री का नाम आने के बाद मामला गंभीर हो गया। लिहाजा इसकी जानकारी कलेक्टर अवि प्रसाद और एसपी अभिजीत कुमार रंजन को दी गई जिसके बाद पुलिस ने युवक के खिलाफ 419 और 186 के तहत मुकदमा दर्ज कर बुधवार दोपहर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। दिनभर क्षेत्र में ये अफवाह फैली रही कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सिक्योरिटी का हवाला देकर युवक ने कलेक्टर और एसपी के साथ भी फोन पर अनर्गल बात की है, जिसको लेकर पुलिस के द्वारा कार्यवाही की गई है। हालांकि मामले में पुलिस का स्पष्ट कहना है कि एसडीएम की शिकायत पर कार्रवाई की गई है।