बुधवार को नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है. बीजेपी कोटे से 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. इसी बीच बिहपुर से विधायक इंजीनियर शैलेंद्र का बयान तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें वह कह रहे हैं कि मैं दलाली नहीं करता हूं, इसलिए मुझे इस जन्म में मंत्री नहीं बनाया जाएगा. हालांकि अब उन्होंने सफाई पेश करते हुए नाराजगी से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि वह पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं. अब तक जो भी मिला है, वह उससे खुश हैं।
क्या बोले इंजीनियर शैलेंद्र?: पटना में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए इंजीनियर शैलेंद्र ने कहा कि पार्टी ने उनको बहुत कुछ दिया है, इसलिए नाराजगी का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में हमारी जाति के कई विधायक हैं और कई मंत्री भी बने हुए हैं, हमें उन पर गर्व है. जहां तक मेरे मंत्री नहीं बनाने का सवाल है तो इसका कोई मलाल नहीं है।
“ये फेक न्यूज है. हां ये सही बात है कि मैं बहुत इधर-उधर नहीं कर पाता हूं लेकिन पार्टी मुझे हर जगह प्रचार के लिए भेजती है. पार्टी बहुत सम्मान देती और क्या चाहिए. कहीं कोई नाराजगी नहीं है, मुझे कोई नाराजगी नहीं है. आगे भी संगठन के लिए काम करते रहेंगे.”- इंजीनियर कुमार शैलेंद्र, बीजेपी विधायक, बिहपुर
नाराजगी की सच्चाई क्या है?: दरअसल, मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहपुर से बीजेपी विधायक इंजीनियर कुमार शैलेंद्र का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह किसी की दलाली नहीं करते हैं, इसलिए उनको मंत्री नहीं बनाया गया. इस जन्म में उनको कभी मंत्री बना बनाया जाएगा. हालांकि अब इंजीनियर शैलेंद्र ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं और ऐसी जो भी खबर चल रही है, वो सही नहीं है।
बीजेपी कोटे से 7 विधायक बने मंत्री
बुधवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बीजेपी के 7 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. शपथ लेने वालों में जीवेश मिश्रा, राजू सिंह, संजय सरावगी, विजय मंडल, सुनील कुमार, कृष्ण कुमार मंटू और मोतीलाल प्रसाद शामिल हैं. विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश मंत्रिमंडल का यह आखिरी विस्तार माना जा रहा है।