जिले के आमस पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष का दिमाग इन दिनों सातवें आसमान पर है। उनके दिलों दिमाग के ऊपर खाकी वर्दी की गर्मी इस कदर हावी है कि वे पीड़ित को हर तरह की गालियों से नवाजने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं। गाली देने का आलम यह है कि वे पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को भी गाली देने से भी तनिक भी बाज नहीं आते हैं। थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार द्वारा मुकेश सहनी को गाली देते हुए एक ऑडियो वायरल हो रहा है। आडियो शुक्रवार की दोपहर की है। उस वायरल आडियो में वे कह रहे हैं कि पता नहीं तुमको यहां मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बैठा है, मुकेश सहनी क्या कर लेगा…इसके आगे शब्द अभद्र है, इस वजह से लिखा नहीं जा सकता। हालाँकि voice of bihar.in इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
थाने में गाली गलौज का अंश
थानेदार किसी को किसी मामले में केस करने को गाली दे रहे हैं। इसी बीच अनिल कुमार भी थानेदार के पास पहुंचता है। अनिल कुमार को देखते ही वे आपा खो बैठते है। थानेदार- का है रे, तू बड़ी पैरवी कराता है, एं, उ बोलता है कि हम पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पीए बोल रहे हैं, त यहां कोई चौकीदार बैठा है, उ बोलता है फुटेज चेक कीजिए, फुटेज दीजिए, उ हमको अनुसन्धान करने का तरीका सिखाएगा एं, उ का है रे हमर बाप है, कि उ हमर कोई डीएसपी- एसपी है। अब तो उ मंत्री भी नहीं है , मंत्रियो होगा त हम… न सुनेंगे। बड़ी मुकेश सहनी पर तू उछल रहा है। अनिल- न सर हम काहेला उछलेंगे। थानेदार- तुमको पता नही है कि यहां मुख्यमंत्री के रिश्तेदार बैठा है। अनिल- सब पता है सर। थानेदार-… पता है तोरा। का कर लेगा मुकेश सहनिया, भाग $@ यहां से। इतना सुनते ही अनिल चौधरी मौके से गाली बात का ऑडियो रिकार्ड कर थाने से निराश लौट जाता है।
एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
इस संबंध में आमस थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार से फोन पर बात कि तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी को गाली नहीं दी है। फिर उन्होंने कहा कि आपको कैसे पता कि हम ही गाली दे रहे हैं। इस पर रिपोर्टर ने कहा कि पीड़ित अनिल कुमार का आरोप है कि आप गाली दे रहे हैं। इस पर थानेदार ने कहा कि तो अब आप क्या करेंगे। तो उन्हें बताया गया कि जो आप कह रहे हैं। वही लिखा जाएगा। तो उन्होंने कहा ठीक है। इधर, जब एसएसपी आशीष भारती से बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी मिली है। हमने सम्बन्धित एसडीपीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं देर रात पीड़ित अनिल कुमार और वीआईपी पार्टी के जिलाध्यक्ष राज सहनी ने बताया कि देर शाम एसडीपीओ का फोन आया था। उन्होंने अपने ऑफिस में बुलाया था। उनके पास जब गया तो उन्होंने पूरी घटना की जानकारी ली। साथ ही में उन्होंने गाली गलौज से जुड़ा ऑडियो भी लिया। इसके अलावा उन्होंने पूरी घटना से सम्बंधित एक आवेदन भी लिखवाया है।