नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोमवार 8 अप्रैल को चुनावी सभा को संबोधित करने गया रवाना हुए. इससे पहले पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार कब क्या बोलते हैं वह कुछ पता नहीं चलता है. उन्होंने कहा कि जनता समझ गई है कि जो वह कहते हैं वह करते नहीं है. आज वह भाजपा के साथ चले गए हैं तो कुछ से कुछ बोलते रहते हैं।
“जब वह हमारे साथ थे तो कहते थे कि जितनी भी मीडिया है सबको भाजपा के लोगों ने खरीद लिया है. अपने मंत्री से प्रेस कांफ्रेंस करवा कर कहते थे कि बिहार के विकास के लिए केंद्र सरकार आर्थिक रूप से मदद नहीं कर रही है. कभी वो मेरे बारे में कहते थे कि जो कुछ हो अब तुम ही हो, यह बात लोगों ने सुनी है.”- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
लालू ने गरीबों को हक दिलायाः तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने जब बिहार में राजनीति शुरू की तो गरीब गुरबों को हक दिलाया. गरीब गुरबों की आवाज बुलंद की. यह बात बिहार की जनता अच्छी तरीके से जानती है कि सामाजिक न्याय के नारा को बुलंद करने वाला अगर कोई है तो लालू प्रसाद यादव है. तेजस्वी यादव ने कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह रहे हैं कि 4 हजार सांसद को जिताकर मोदी की सरकार बनाएंगे. आप समझ लीजिए अब अपने देश में ही नहीं अन्य देशों में भी ये लोग चुनाव लड़के 4 हजार सांसद को जिताएंगे।
मोदी के पांव छूने वाले वीडियो पर तंजः तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कथित रूप से पीएम नरेंद्र मोदी के पांव छूने वाले वीडियो पर एक बार फिर से तंज कसा. कहा कि मुख्यमंत्री जी ने जो कल (7 अप्रैल) किया किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैर छुआ है वह देखकर हमें बहुत खराब लगा. वैसा उन्हें नहीं करना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. साथ ही बीजेपी के नेताओं के द्वारा जिस तरह का बयान राष्ट्रीय जनता दल को लेकर आ रहा है उसे पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
मुद्दे की बात होनी चाहिएः तेजस्वी ने कहा कि ये लोग सिर्फ मोदी की बात करते हैं. जबकि देश में मोदी की बात नहीं होनी चाहिए, सिर्फ मुद्दे की बात होनी चाहिए. हम जब नीतीश कुमार के साथ थे तो युवाओं को रोजगार दिलवाने का काम किए थे. यह बात नीतीश कुमार भी जानते हैं. आज भले ही वह कुछ भी कहें, लेकिन हम हमेशा मुद्दे की बात करते हैं. ये लोग हमेशा मोदी की बात करते हैं. जनता देख रही है. समय आने पर ऐसे लोगों को जनता जवाब देगी।