टीम इंडिया ने शनिवार को खेले गए टी-20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हरा दिया। ऐसे में टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 17 साल बाद दूसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया। यह मुकाबला बारबाडोस के ब्रिजटाउन स्थित केंसिंग्टन ओवल में खेला गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 177 रन का टारगेट दिया था, लेकिन वह आठ विकेट के नुकसान पर 169 ही रन बना सकी।
भारत के इस फाइनल मुकाबले में जीत के साथ ही बीसीसीआई के सचिव जय शाह की भविष्यवाणी भी सही साबित हो गई। जय शाह ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि बारबाडोस में इस बार टीम इंडिया इतिहास रचेगी और भारत का तिरंगा लहराएगा। जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने मैदान पर तिरंगा भी गाड़ा।
रोहित शर्मा की कपतानी में फहराएंगे तिरंगा
बता दें कि 14 फरवरी को राजकोट में हुए एक कार्यक्रम में जय शाह ने कहा था 2023 में भले ही हम विश्व कप नहीं जीत पाए लेकिन हमने दिल जीत लिया है। मैं आपसे वादा करता हूं 2024 विश्व कप में हम रोहित शर्मा की कप्तानी में तिरंगा फराएंगे। उनकी इस बाद के 135 दिन बाद भारत ने विश्व कप जीत लिया।
कुछ ऐसी रही टीम इंडिया की बैटिंग
विश्व कप के फाइनल मुकाबले में टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने एक समय में 34 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। ऐेसे में लग रहा था कि कप्तान रोहित शर्मा का पहले बैटिंग करने का फैसला गलत साबित होगा, लेकिन रोहित शर्मा और अक्षर पटेल ने चौथे विकेट के लिए 72 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारा। अक्षर पटेल ने 31 गेंदों पर 47 रन बनाकर आउट हुए। वहीं विराट कोहली 59 गेंदों पर 76 रन बनाए। वहीं मिडल ऑर्डर में शिवम दुबे के 16 गेंदों पर 27 रन के कैमियो की बदौलत टीम ने 7 विकेट पर 176 रन बनाए।
क्लासेन ने जगाई थी उम्मीदें
लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 12 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। लेकिन क्विंटन डिकाॅक और ट्रिस्टन स्टब्स ने 38 गेंदों पर 58 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला। स्टब्स के आउट होने के बाद हेनरिक क्लासेन और डिकाॅक ने 36 रन जोड़े। अर्शदीप की गेंद पर 39 रन बनाकर डिकाॅक आउट हो गए। आखिर में क्लासेन और मिलर ने विस्फोटक पारी को टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया लेकिन पहले क्लासेन और फिर मिलर को हार्दिक पांडया ने चलता कर टीम इंडिया को विश्व कप का खिताब दिला दिया।