मैं चाहता हूं जम्मू-कश्मीर में भी गुजरात जैसी तरक्की हो : इरशाद हुसैन नाइकू

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्हें स्पेशल गिफ्ट देने के लिए इरशाद हुसैन नाइकू ने पांच साल तक एक-एक रुपया जोड़ा। जब स्पेशल गिफ्ट के लिए पैसे पर्याप्त हुए तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पेशल गिफ्ट (घाटी के पारंपरिक परिधान ‘फेरन/फिरन’) भेजा।

खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इरशाद हुसैन नाइकू के द्वारा भेजे गिफ्ट को स्वीकार किया। प्रधानमंत्री फेरन को पहनकर जम्मू-कश्मीर भी आए थे। इस बात से इरशाद काफी खुश हैं। उन्होंने पूरी कहानी विस्तार से बताई।

इरशाद हुसैन नाइकू अनंतनाग में खेती करने वाले मजदूर हैं। उन्होंने साल 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सपना देखा था। हालांकि, आर्थिक तंगी के बावजूद, उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए स्पेशल गिफ्ट बनवाया। इसके लिए उन्होंने 4 से 5 साल तक एक-एक रुपया जोड़ा। कुछ वर्ष उन्होंने सोचा कि प्रधानमंत्री को गिफ्ट में क्या भेंट किया जाए। फिर उन्हें ख्याल आया कि प्रधानमंत्री के लिए पारंपरिक पोशाक ‘फेरन’ ठीक रहेगा।

उन्होंने बताया कि वह बाजार से कपड़ा लेकर आए। लेकिन, उन्हें एक दुविधा का सामना करना पड़ा। क्योंकि, कपड़ा सिलवाने के लिए उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का माप नहीं था। उन्हें नहीं पता था कि प्रधानमंत्री किस साइज के कपड़े पहनते हैं। फिर उन्हें लगा कि उनके पिता की कद-काठी प्रधानमंत्री के शरीर से काफी मिलती-जुलती है। इसलिए, वह अपने पिता को नाप के लिए दर्जी के पास ले गए। दर्जी ने फेरन तैयार कर दिया था।

इसके बाद वह फेरन लेकर दिल्ली आए। यहां वह पीएमओ पहुंचे। लेकिन, सुरक्षा कारणों के कारण वह प्रधानमंत्री से मिल नहीं पाए। वह दोबारा कश्मीर लौट आए। हालांकि, उन्होंने तय कर लिया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पेशल गिफ्ट भेज कर रहेंगे।

उन्होंने कोरियर के माध्यम से पीएम को स्पेशल गिफ्ट भेजा। साथ में एक चिट्ठी भी भेजी। कुछ दिनों के बाद जब वह खेत में काम कर रहे थे। उन्हें दिल्ली पीएमओ से फोन आया। जिसमें उन्हें बताया गया कि आपने जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गिफ्ट भेजा था, उसे प्रधानमंत्री ने पहना है और वह अभी कश्मीर में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेरन को पहनकर श्रीनगर में एक रैली को संबोधित कर रहे हैं।

इरशाद ने बताया कि जिस वक्त यह कॉल आया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि प्रधानमंत्री ने वह उपहार पहना है। वह शाम को घर लौटे तो उन्हें अपने एक दोस्त से कहा कि आज मेरा सपना साकार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरे द्वारा भेजे गए उपहार को पहना है। टीवी ऑन करो, मुझे देखना है। इरशाद को आज भी वह दिन याद है जब उसका तोहफा प्रधानमंत्री ने पहना था। इरशाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के लिए बहुत काम किया है। उनके नेतृत्व में गुजरात में बहुत तरक्की हुई है। मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में भी गुजरात जैसी तरक्की हो।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.