गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने गुजरात स्पेशल कोर्ट में एक अपील दायर कर अनोखी अपील की है। लॉरेंस की ओर से उसके वकील ने कोर्ट में अनुरोध पत्र दायर किया है। अनुरोध पत्र के मुताबिक, लॉरेंस ने अपील की है कि पुलिस और अदालती दस्तावेजों में उसे ‘आतंकवादी’ या फिर ‘गैंगस्टर’ न लिखा जाए। साथ ही ऐसा लिखने या फिर कहने से परहेज करने का आदेश अदालत की ओर से दिया जाए। उसने कहा है कि ऐसा तब तक न लिखा जाए, जब तक कि पुलिस के पास कोई ठोस सबूत न हो।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल, ड्रग तस्करी मामले में सलाखों के पीछे है। ड्रग तस्करी मामले की पड़ताल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से की जा रही है। स्पेशल जज केएम सोजित्रा की कोर्ट ने NIA को गैंगस्टर के इस अनुरोध पर प्रतिक्रिया देने के लिए बुलाया है। मामले की सुनवाई 22 सितंबर को होनी है।
लॉरेंस पर पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या का भी आरोप
ड्रग तस्करी मामले में जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई पर कांग्रेस नेता और पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी आरोप है। अपनी याचिका में बिश्नोई ने भारत के नागरिक के रूप में अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा के महत्व पर जोर दिया और अदालत से उसके अनुरोध पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई की ओर से उसके वकील आनंद ब्रह्मभट्ट ने याचिका दायर की थी।
बता दें कि गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने सितंबर 2022 में गुजरात तट के पास एक नाव से 39 किलोग्राम नशीले पदार्थों की जब्ती के मामले में बिश्नोई को अप्रैल में पंजाब की जेल से हिरासत में लिया था। इसके बाद, NIA ने 18 सितंबर तक बिश्नोई की रिमांड हासिल करते हुए मामले को अपने हाथ में ले लिया।
पिछले 10 साल से जेल में बंद है लॉरेंस बिश्नोई
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई करीब 10 साल से जेल में बंद है। उसने अलग-अलग जांच एजेंसियों की ओर से अलग-अलग मामलों में फसाएं जाने पर चिंता जताई और कहा कि मेरे नाम के साथ गैंगस्टर या फिर आतंकी न जोड़ा जाए। मैं अपनी मातृभूमि से प्यार करता हूं और न्याय मिलने के बाद मैं अपने देश के लिए जान भी दे सकता हूं।
लॉरेंस ने कहा कि कभी मुझे किसी मामले में अब तक दोषी नहीं ठहराया गया है। मेरे खिलाफ लगे आरोपों को साबित करने के लिए सबूत पर्याप्त नहीं हैं। उसने अपने अपील में लगाए गए बैन का भी जिक्र किया है। उसने कहा कि मैं अक्सर भगत सिंह की फोटो वाला टीशर्ट पहनता था, लेकिन उसे पहनने पर भी बैन लगा दिया गया।