पश्चिम बंगाल विधानसभा में ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (AISF) के एकमात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी ने कहा है कि वह डायमंड हार्बर निर्वाचन क्षेत्र से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। इस सीट से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी मौजूदा सांसद हैं। नौशाद सिद्दीकी ने रविवार को कहा कि यदि मेरी पार्टी मुझे यहां से उम्मीदवार बनाती है, तो मैं 2024 में डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ूंगा और मैं वहां से मौजूदा लोकसभा सदस्य को पूर्व सांसद बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि अगर सत्तारूढ़ दल का बड़े पैमाने पर चुनाव संबंधी हिंसा का ‘डायमंड हार्बर मॉडल’ जो इस साल पंचायत चुनावों में स्पष्ट था, 2024 के लोकसभा चुनावों में काम करने में नाकाम रहता है, तो नतीजे निश्चित रूप से अलग होंगे।
विपक्षी गठबंधन पर जताई आपत्ति
एआईएसएफ (AISF) सूत्रों ने कहा कि सिद्दीकी का 2024 में डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ना तय है, भले ही पार्टी को कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन से समर्थन मिले या नहीं। सिद्दीकी ने पहले ही साफ कर दिया है कि 2021 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और वाम मोर्चा के साथ गठबंधन और समझ के बावजूद 2024 में ऐसा कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने बड़े विपक्षी दल I.N.D.I.A. गठबंधन के बारे में भी अपनी आपत्तियां व्यक्त कीं और कहा कि उस विपक्षी मंच में तृणमूल कांग्रेस की मौजूदगी एआईएसएफ के लिए इसका हिस्सा बनने में एकमात्र बाधा है।
तृणमूल कांग्रेस पर क्या बोले सिद्दीकी?
सिद्दीकी ने कहा, ”मैं व्यक्तिगत रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बहुत प्रशंसा करता हूं। अगर तृणमूल कांग्रेस I.N.D.I.A. गठबंधन में नहीं होती, तो एआईएसएफ को विपक्षी ताकतों से हाथ मिलाने में कोई झिझक नहीं होती, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की मौजूदगी ही एकमात्र बाधा है।” डायमंड हार्बर के अलावा एआईएसएफ की मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तरी दिनाजपुर, कूच बिहार, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और हावड़ा जैसे जिलों में कई लोकसभा क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से अपने उम्मीदवार खड़े करने की भी योजना है, जहां अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी संख्या है। एआईएसएफ ने इन विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटियों के गठन की तैयारी शुरू कर दी है। सिद्दीकी खुद पूरे राज्य में घूम-घूम कर इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।