मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया है। राजद कोटे के 3 मंत्रियों के विभाग को सरकार ने बदल दिया है। करीब 17 महीने शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग छीन लिया गया। अब उन्हें गन्ना विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। बता दें कि चंद्रशेखर कभी रामायण तो कभी भगवान राम को लेकर बयान देकर विवादों से घिरे रहे।
राजद कोटे के मंत्रियों के विभाग में हुए फेरबदल पर केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरीय नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि कल तक आरजेडी के लोग कहते थे कि लालू जी के दया से नीतीश मुख्यमंत्री हैं लेकिन कल नीतीश कुमार के आगे लालू जी ने घुटना टेक दिया। इसका परिणाम यह निकला की चंद्रशेखर को शिक्षा मंत्री के पद से हटा दिया गया।
गिरिराज ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की यही वारगेनिंग कैपिसिटी है। ये नीतीश जी के दवाब की प्रक्रिया है। नीतीश कुमार ने ऐसा माहौल क्रियेट किया कि जो हम पहले कहते आ रहे थे वही उन्होंने 10 दिन में माहौल को क्रियेट किया। शायद यह कहना चाहते हो कि..मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो…
लालू जी घबरा गये और दोनों बाप-बेटे नीतीश जी के पास पहुंच गये कहा कि त्राहिमाम-त्राहिमाम क्या है? तब नीतीश ने कहा कि पहले हटाइये तो हटा दिये। गिरिराज ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा का सारा दरवाजा बंद है। लालू जी इतने डरे हुए है कि नीतीश जी के आगे घुटने टेक दिया। लालू ने सोचा कि कही नीतीश जी बीजेपी में ना चले जाए।