हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने एनडीए में अपनी पार्टी की अनदेखी पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही कहा कि बिहार में उन्हें नजरअंदाज किया तो कैबिनेट छोड़ सकते हैं। जीतनराम मांझी मुंगेर व जमालपुर विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने मंगलवार को पहुंचे थे। हालांकि उनकी पार्टी ने उनके बयान पर सफाई दी है।
कार्यकर्ता सम्मेलन में श्री मांझी ने कहा कि ‘हम किसी से कम नहीं और 20 सीटों से नीचे दम नहीं’ के नारों के साथ बिहार में अपनी चट्टानी एकता का परिचय दे रहे हैं। झारखंड और दिल्ली की तरह बिहार में एनडीए मेरी पार्टी को नजरअंदाज न करे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भीड़ हमारे साथ है। जनमानस हमारे साथ है। उसके आधार पर सीट मिले। हम फरियाना नहीं कहना चाहते हैं। बात आगे बढ़ती है तो लगता है हमको कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा।
मांझी ने कहा कि हमारी पार्टी एनडीए को मजबूत करने में सक्षम है। मौका तो मिलना चाहिए। हमारी भी बिहार में दमदार मौजूदगी है। सूबे की राजनीति में मेरी पार्टी की भूमिका अहम रही है। हमारे साथ गरीब जनता है, जिसका प्रमाण गांधी मैदान पटना में आयोजित होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन में दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के हाथों को मजबूती देने के लिए जरूरी है कि एनडीए हमारी मांगों को अनदेखी न करे। यहां हमें कम से कम 20 सीटें सुनिश्चित की जाये।
मांझी ने कैबिनेट बैठक छोड़ने की बात कही थी श्याम सुंदर
पटना। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के मुंगेर में दिए बयान पर उनकी पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने सफाई दी है। पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने जारी बयान में कहा कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक छोड़ने की बात कही थी। कुछ लोग भ्रमवश कैबिनेट से इस्तीफे की बात फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मांझीजी को बुधवार को होने वाली केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में भाग लेना था। मंगलवार शाम में दिल्ली के लिए उनकी फ्लाइट थी। कार्यक्रम में देर होने पर मुंगेर में पार्टी सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा था कि आपका प्यार देखकर लग रहा है कि कैबिनेट छोड़ सकते हैं। इसलिए इसका गलत संदर्भ नहीं निकाला जाए। मांझीजी को जो कहना होता है वो बिना लाग पलेट के बोलते हैं। कैबिनेट से इस्तीफे जैसी कोई बात नहीं है। जीतन राम मांझी एनडीए के मजबूत स्तम्भ हैं।