भागलपुर। अक्षय तृतीया इस वर्ष 30 अप्रैल, बुधवार को धूमधाम से मनाई जाएगी। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ और पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन सोना, चांदी, वाहन, भूमि और अन्य संपत्ति की खरीदारी को शुभ माना गया है। यदि महंगी वस्तुएं खरीदना संभव न हो तो मिट्टी के बर्तन खरीदना भी शुभ फलदायक होता है।
मिट्टी के कुल्हड़, दीपक भी लाते हैं शुभता
बूढ़ानाथ मंदिर के पंडित पिंकू झा और ऋषिकेश पांडे ने बताया कि अक्षय तृतीया को नए कार्यों की शुरुआत, निवेश, विवाह और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। वहीं पंडित चुनी बाबा ने कहा कि यदि सोना खरीदना संभव न हो तो मिट्टी के कुल्हड़, दीपक या अन्य मिट्टी के बर्तन खरीदना भी पुण्यकारी है।
विष्णु-लक्ष्मी की पूजा से मिलता है अक्षय पुण्य
कोतवाली चौक स्थित कुपेश्वर महादेव मंदिर के पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। संकट मोचन दरबार के पंडित दिनेश झा ने बताया कि इस दिन चांदी, पीतल-कांसे के बर्तन, नया वाहन और भूमि खरीदना भी अत्यंत शुभ है।
100 वर्षों बाद दुर्लभ राजयोग
पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष अक्षय तृतीया पर एक दुर्लभ राजयोग बन रहा है, जो लगभग 100 वर्षों बाद बन रहा है। इस दिन सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:41 बजे से दोपहर 2:12 बजे तक रहेगा। तृतीया तिथि का प्रवेश 29 अप्रैल की रात 8:12 बजे से होगा और 30 अप्रैल की शाम 6:00 बजे तक प्रभावी रहेगी।
निवेश के लिए चांदी बेहतर विकल्प
निवेश सलाहकार उत्तम झुनझुनवाला ने कहा कि मौजूदा समय में सोने की कीमतों में वृद्धि हुई है। यदि बजट अनुमति देता है तो अक्षय तृतीया पर सोना और चांदी की खरीदारी करना शुभ रहेगा। उन्होंने विशेष रूप से चांदी को एक अच्छा निवेश विकल्प बताया और कहा कि भविष्य में इसकी कीमतों में वृद्धि की संभावना अधिक है। इसके अलावा, शेयर बाजार, जमीन और वाहन जैसी संपत्तियों में भी निवेश करने की सलाह दी गई है।