राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शनिवार को कहा कि यदि उनकी पार्टी बिहार में सत्ता में आई तो संसद द्वारा इस सप्ताह के प्रारंभ में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक को कूड़ेदान में डाल दिया जाएगा। यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता ने यह भी खुलासा किया कि उनकी पार्टी ने विधेयक को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) पर निशाना साधते हुए दावा किया, ‘‘वे यह साबित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इस विधेयक से मुसलमानों को फायदा होगा, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली है।” राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता ने आरोप लगाया, ‘‘देखिए किस तरह जद (यू) ने अपने मुस्लिम नेताओं को संवाददाता सम्मेलन करने के लिए मजबूर किया, लेकिन वे पूरी तरह असफल रहे।” तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि उनके (जदयू) कार्यालय में नीतीश कुमार की तस्वीरों की जगह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरें लगा दी जाएंगी। चुनाव खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री का क्या हश्र होगा, यह तो एक बच्चा भी जानता है।”
“हम इस विधेयक को बिहार में लागू नहीं होने देंगे”
राजद नेता ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक का संसद के दोनों सदनों में पार्टी सांसदों द्वारा विरोध किया गया क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है जो धार्मिक मामलों के प्रबंधन की स्वतंत्रता से संबंधित है। पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘‘यह विधेयक बेरोजगारी जैसी ज्वलंत समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने और भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति में मदद करने के इरादे से लाया गया है। लेकिन हम इस विधेयक को बिहार में लागू नहीं होने देंगे। अगर राज्य में अगली सरकार हमारी बनी तो इस विधेयक को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।” उन्होंने कहा, ‘‘हमने वक्फ विधेयक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का भी रुख किया है। हमारा मानना है कि आज मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और कल सिखों और ईसाइयों की बारी आ सकती है।”