बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि ”यदि तेजस्वी यादव अपने को शेर का बेटा बताते हैं, तो गुजरातियों को ठग बताने वाली अमर्यादित टिप्पणी के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर माफी क्यों मांग ली?”
लालू प्रसाद का पुत्र होने का दंभ भरते हैं तेजस्वी : सुशील मोदी ने कहा कि विधानसभा की सदस्यता जाने के डर से तेजस्वी यादव ने भी राहुल गांधी की तरह लिखित क्षमा याचना कर अपनी गर्दन बचाई है. यदि तेजस्वी यादव लालू प्रसाद के पुत्र होने का दंभ भरते हैं, और बड़बोले बयान देते हैं, तो झुकने की बजाय अपनी बात पर अड़े रहते और कोर्ट के फैसले का सामना करते. राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री को ‘चौकीदार चोर है’ कहा था और उन्हें भी सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी थी।
”तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी 5, देश रत्न मार्ग वाला सरकारी बंगला खाली न करने पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट की फटकार सुननी पड़ी थी और 50 हजार रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ा था. गैरजिम्मेदाराना बयान देने और फिर कोर्ट में माफी मांग कर सजा से बच निकलने की प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश कैसे लगे, इस पर देश की शीर्ष न्यायपालिका को गंभीरता से विचार करना चाहिए.”- सुशील कुमार मोदी, बीजेपी सांसद, राज्यसभा
ऐसी अमर्यादित टिप्पणी से लोकतंत्र होता है कलंंकित : बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग लोकतंत्र बचाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वे ही अपने अमर्यादित और द्वेषपूर्ण बयानों से लोकतंत्र को बार-बार कलंकित कर रहे हैं. ऐसे लोगों को अपने बयानों पर विचार करना चाहिए।