मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां एक ओर कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार निर्देश दे रहे हैं, वहीं यूपी पुलिस में कार्यरत कुछ जवान आज भी बेलगाम हैं. पूरा मामला राजधानी लखनऊ के बाराबिरवा इलाके का है, जहां UPSC की तयारी कर रहे विनीत सिंह को यूपी पुलिस के तीन सिपाहियों ने न केवल मारा पीटा, बल्कि गांजा और स्मैक की तस्करी के आरोप में जीवन बर्बाद करने की धमकी दी. गनीमत यह रही कि मध्य प्रदेश में ट्रेनी आईपीएस दोस्त से विनीत की बात हो गई, जिसके बाद उनकी जान बची. अब इस मामले में आरोपी सिपाहियों को सस्पेंड करते हुए जांच ACP काकोरी को जांच सौंप दी गई है.
पूरा मामला 17 जुलाई के रात की है. विनीत सिंह बाराबिरवा चौराहे पर थे तभी तीन सिपाही, जिसमें से दो वर्दी में थे और एक सादी वर्दी में, एक ओला टैक्सी ड्राइवर को पीट रहे थे. विनीत से यह नहीं देखा गया तो उन्होंने सिपाहियों को टोका. इसके बाद क्या था तीनों ने मिलकर विनीत की पिटाई शुरू कर दी. पीटते-पीटते उनका मोबाइल तोड़ दिया. उसके बाद उसे ई-रिक्शा पर लादकर रेल की पटरियों के किनारे ले गए, जहां उसपर लाठियां बरसाई गईं और कहा गया कि गांजा और स्मैक की तस्करी में जेल जाएगा. उसके बाद तीनों सिपाही उसे मानक नगर थाना लेकर आए. किसी तरह विनीत ने ठाणे में एक एक्सीडेंट के मामले में लाए गए शख्स से मोबाइल लिया और अपने ट्रेनी आईपीएस दोस्त को फोनकर पूरी घटना बतायी. इसके बाद आईपीएस दोस्त ने काकोरी ACP को फ़ोन किया. इसके बाद जाकर विनीत की जान बची.
लेकिन इस बीच मामला मीडिया में आ गया. जिसके बाद आरोपी सिपाहियों अनमोल मिश्रा और गजेंद्र सिंह को सस्पेंड कर जांच बैठा दी गई है. साथ ही एसीपी काकोरी अनूप कुमार सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है. सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं विनीत सिंह ने बताया कि थाने में इंस्पेक्टर ने कहा कि किसी से शिकायत मत करना वरना करियर ख़राब हो जाएगा. अगर तुम शिकायत करोगे तो सिपाही भी करेंगे और तुम्हारी पढ़ाई बर्बाद हो जाएगी. विनीत ने कहा कि एसीपी काकोरी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी. जिसके बाद आरोपी सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है.