अगर पितृ पक्ष में ना कर सकें पिंडदान और तर्पण तो घर ले आएं ये 3 पौधे, पतरों की कृपा से होगी बरकत
पितृ पक्ष, पितरों की कृपा पाने का सबसे अच्छा अवसर होता है। यही वजह है कि लोग अपने पूर्वजों (पितर) को प्रसन्न करने के लिए पितृ पक्ष में तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करते हैं। मान्यता है कि पितृ पक्ष की अवधि में पितरों के निमित्त अन्न-वस्त्र दान, तर्पण और पिंडदान करने से घर-परिवार में सुख-शांति और बरकत बनी रहती है। 2023 में पितृ पक्ष 29 सितंबर से शुरू हो रही है। ऐसे में अधिकांश लोग पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान करेंगे। ऐसे में अगर आप किन्हीं कारणों से पितृ पक्ष के दौरान पितरों के निमित्त तर्पण और ना कर पाएं तो कुछ पौधों को जरूर लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा तृप्त हो जाती है। जिससे घर परिवार में बरकत बनी रहती है। आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष में किन पौधों को लगाना शुभ है।
पीपल
धर्म ग्रंथ में ऐसा उल्लेख मिलता है कि पीपल में भगवान विष्णु के साथ-साथ पितरों का भी वास होता है। ऐसे में अगर पितृ पक्ष के दौरान पीपल को लगाकर अच्छी तरह से देखभाल किया जाए तो यह वृक्ष बनकर सैकड़ों वर्षों तक लोगों को छाया प्रदान करता रहेगा। जिससे संतुष्ट होकर पितर देव आशीर्वाद प्रदान करेंगे। जिसके परिणामस्वरू घर-परिवार में बरकत होने के साथ-साथ पितृ दोषों से भी मुक्ति मिल सकती है। ऐसे में अगर आप पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त तर्पण या पिंडदान ना कर पाएं तो एक पीपल का पौधा अपने आस-पास जरूर लगाएं।
बरगद
पितृ पक्ष में बरगद का पौधा लगाना भी शुभ माना गया है। मान्यता है कि जो कोई पितरों की कृपा पाना चाहता है, उसे अपने आस-पास एक बरगद का पौधा जरूर लगाना चाहिए। पौराणिक मान्यता के अनुसार, बरगद को जनक जननी मां सीता का आशीर्वाद प्राप्त है। कहा जाता है कि पितृ पक्ष में बरगद को लगाने से देवी-देवताओं के साथ-साथ पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा मान्यता यह भी है कि बरगद में अर्पित किया गया जलल पितरों को प्रत्यक्ष रूप में प्राप्त होता है। ऐसे में अगर आप पितर पक्ष में तर्पण इत्यादि ना भी कर पाएं तो बरगद का एक पौधा जरूर लगाएं और पितृ पक्ष के दौरान उसमें रोजाना जल अर्पित करें। यह उपाय आपको तमाम संकटों से मुक्ति दिला सकता है।
शमी का पौधा
वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि शमी के पौधे में शनि देव का वास होता है। शमी का पौधा लगाने से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा मान्यता यह भी है कि पितृ पक्ष में शमी का पौधा लगाने से पितृ देव प्रसन्न होते हैं। जिसके जीवन की तमाम संकटों से छुटकारा मिल जाता है।
इन पौधों को लगाने से भी पितृ देव होगें प्रसन्न
ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, उपरोक्त पौधों के अलावा तुलसी, बेल, कुश, खैर, मदार, पलाश, जामुन और बेल इत्यादि को लगाने से भी पितर प्रसन्न होते हैं। ऐसे में पितरों की प्रसन्नता से सुख-समृद्धि के द्वार खुलते हैं। इसके अलावा पितर देव प्रसन्न होकर अपने वंशजों को हमेशा खुशहाल रखते हैं।
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