नीतीश कुमार 1 लाख 20 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. इस पर प्रशांत किशोरने खुलासा करते हुए कहा की बिहार के 20 से 25 हजार युवाओं को मुश्किल से नौकरी मिली है. साथ ही पीके ने कहा कि सरकार को नियुक्ति पत्र देने दीजिए, कितने नए लोगों को नौकरी मिली है इसकी संख्या मैं दो से चार दिनों में जारी करूंगा।
जन सुराज संयोजक प्रशांत किशोर ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति पत्र के कार्यक्रम पर बिहार सरकार 3 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च कर रही है. पहले से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने पर काम हो रहा है. सरकार से ये सवाल पूछा जाना चाहिए कि बिहार में 1 लाख 25 हजार लोगों में से बिहार के कितने नए लोगों को नौकरी दी गई? उन नए लोगों में बिहार के कितने लोग हैं? पहले से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए कुछ लोगों को अपग्रेड किया जा रहा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 1 लाख 25 हजार लोगों में बिहार के कितने नए अभ्यर्थियों को रोजगार दिया जा रहा है, ये सूची सरकार को जारी करनी चाहिए. सरकार ज्यादातर नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी के तौर पर शिक्षक बना रही है. कुछ नए लोग जो इसमें आ रहे हैं उसमें ज्यादा बिहार के बाहर के हैं. इसको बड़ा कार्यक्रम का आयोजन करके नीतीश कुमार अपना पीठ थपथपाने का काम कर रहे हैं।