पूर्णिया: ‘भीख मांगकर लोन की किस्त दो..लोन माफ कराना है तो पति को मरा हुआ घोषित करो, नहीं तो..’, इस तरह समूह लोन माफिया बेबी देवी को परेशान करता था. अंत में बेबी ने शर्त मानने से अच्छा मरना समझा. उसने अपने छोटे बच्चे को अकेला छोड़कर आत्महत्या कर ली.
बेटे के इलाज के लिए ली थी लोन
घटना जिले के सरसी थाना क्षेत्र की है. परिजन बताते हैं कि बेबी देवी का पति पंजाब में नौकरी करता है. 5 वर्षीय बेटे को को टीवी हो गया था. उसी के इलाज के लिए चार बार लोन ली थी. बच्चे का इलाज कराने के बाद महिला का पति पंजाब से रुपया भेजता था जिससे किस्त जमा होता था और घर का चूल्हा जलता था. इसी बीच पति के साथ हादसा हो गया.
पति का पंजाब में हादसा
चाची नीलम देवी बताती है कि 10 दिन पूर्व ही महिला का पति पंजाब में सड़क दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी हो गया है. इस कारण वह काम नहीं कर पा रहा है. उसने रुपया नहीं भेजा. इसी दौरान लोन माफिया किस्त लेने के लिए पहुंच गया. महिला ने बताया कि ‘मेरे पति का एक्सीडेंट हो गया है. अभी रुपया नहीं है. बाद में किस्त भर देंगे’ लेकिन लोन वाला मानने के लिए तैयार नहीं हुआ.
“लोन वाला रुपया मांगने आया था. पति के एक्सीडेंट के कारण रुपया इलाज में खत्म हो गया इसलिए नहीं दी. कंपनी ने कहा कि पति को सफेद कपड़ा ओढाकर फोटो भेजो. समझेंगे तेरा पति मर गया तो लोन माफ हो जाएगा.” –नीलम देवी, मृतका की चाची
लोन माफ करने की अजीब शर्त
लोन वाला बार-बार घर में ताला मारने की धमकी दे रहा था. हादसे में जख्मी पति को लेकर कहा कि ‘पति को सफेद कपड़ा ओढ़ाकर फोटो खीचकर दो. मरा हुआ घोषित करो तब तुम्हारा लोन माफ होगा. नहीं तो ‘कटोरा लेकर भीख मांगकर लोन का किस्त जमा करो नहीं तो अच्छा नहीं होगा. घर में ताला मार देंगे.’
तंग आकर कर ली आत्महत्या
मृतका का परिजन गोपाल कुमार ने बताया कि बेबी ने बच्चे का इलाज कराने के लिए 4-4 लोन लिए थे. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. पति भी हादसे का शिकार हो गया. ऊपर से लोन वाला बार-बार घर में आकर धमकी देता था और पति को मारने का नाटक करने के लिए कहता था. इसी से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली.
“दो-चार लोन लिया था. उसी का किस्त लेने के लिए बैंक वाला बार-बार आता था. इसका पति बाहर में रहता है. वहां से रुपया नहीं भेजता था. महिला लोन लेकर घर चला रही थी. बैंक वाला बोलता था कि रुपया नहीं दोगे तो पति को कफन ओढ़कार फोटो भेजो समझेंगे पति मर गया तो लोन माफ कर देंगे.” –गोपाल कुमार, परिजन
छानबीन कर रही पुलिस
पूर्णिया में महिला ने की आत्महत्या मामले में पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने इस घटना में परिजनों के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की जांच की जाएगी. अगर आरोप सही निकला तो दोषी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
“घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज पूर्णिया भेजा गया है. परिजन के लिखित बयान के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. अगर प्रताड़ित करने का मामला सामने आता है तो कार्रवाई की जाएगी.” –मनीष कुमार, सरसी थाना प्रभारी
आरबीआई क्या कहता है?
समूह लोन खतरनाक होता जा रहा है. आरबीआई कहता है कि कोई बैंक या फिर लोन माफिया किस्त के लिए परेशान नहीं कर सकता है. अगर लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो इसकी जानकारी बैंक से करें. अगर किस्त नहीं चुकाने पर माफिया या एजेंट धमकी देता है तो इसकी शिकायत पुलिस और अदालत में कर सकते हैं. पुलिस आपकी मदद करेगी.
पुलिस से करें शिकायत
अगर कोई लोन नहीं चुका पाता है तो बैंक या अदालत लोन का सेटलमेंट कराता है. किसी भी परिस्थिति में लाभुक को परेशान नहीं किया जा सकता है. अगर किसी भी समस्या का सामना करना पड़े या धमकी दी जाती है तो पुलिस के नंबर पर शिकायत करे.
सुसाइड कोई समाधान नहीं
अगर आपको मदद की जरूरत है या आपके किसी दोस्त को सहायता चाहिए तो आप नीचे दिए नंबरों पर कॉल कर सकते हैं या फिर पीड़ित शख्स को कॉल करने को कह सकते हैं. यह हेल्पलाइन काउंसलिंग के माध्यम से तनाव को दूर करेगी.
स्नेहा फाउंडेशन हेल्पलाइन नंबर – 04424640050 (24×7 उपलब्ध)
iCall, TISS (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज) – 9152987821
ईमेल – icall@tiss.edu
फेसबुक – iCALL Psychosocial Helpline
एक्स – @iCALLhelpline
NIMH हेल्पलाइन : 988