देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) का तीसरा विदेशी कैंपस पड़ोसी देश श्रीलंका में स्थापित किए जाने की संभावना है। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने 2024 के बजट के लिए आईआईटी स्थापना के प्रस्ताव की घोषणा गत नवंबर की थी।
सूत्रों की मानें तो श्रीलंका सरकार महात्वाकांक्षी परियोजना के लिए आईआईटी मद्रास के लगातार संपर्क में है। इससे पहले तंजानिया व संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में संस्थान के कैंपस खोले जाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
IIT मद्रास का दौरा
श्रीलंका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए चेन्नई स्थित कैंपस का दौरा किया था। बातचीत जारी है और कैंपस कैंडी में बनाए जाने की संभावना है। प्रतिनिधिमंडल ने कैंपस के रिसर्च पार्क का भी दौरा किया और जुड़ाव के संभावित क्षेत्रों पर अधिकारियों से बातचीत की। भारत सरकार ने घोषणा की थी कि 2017-18 शैक्षणिक सत्र में आईआईटी में श्रीलंका के मेधावी छात्रों को प्रवेश के अवसर प्रदान किए जाएंगे। यदि श्रीलंका कैंपस की योजना सफल होती है तो यह आईआईटी मद्रास का दूसरा अंतरराष्ट्रीय कैंपस होगा।
विदेशी कैंपस स्थापित करने की घोषणा
संस्थान ने गत वर्ष ही तंजानिया के जंजीबार में विदेशी कैंपस स्थापित करने की घोषणा की थी। इसमें प्रीति अघलयम को प्रभारी निदेशक नियुक्त किया था, जो आईआईटी की पहली महिला निदेशक भी बनीं। इसी क्रम में आईआईटी दिल्ली ने अबू धाबी में कैंपस खोलने के लिए यूएई सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।