जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी ने दिया बड़ा बयान, कहा- हमें इसलिए सजा दी जा रही है क्योंकि…

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ऐतिहासिक जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले हुए खुतबे में एक बड़ा बयान दिया है। सैयद अहमद बुखारी ने कहा है कि हमें सजा इसलिए दी जा रही है क्योंकि हम मुसलमान हैं। उन्होंने कहा कि एक धर्म को मानने वालों को खुलेआम धमकी दी जा रही है और हम सबको पता है कि ये सब चुनाव की वजह से कराया जा रहा है। शाही इमाम ने कहा कि मेवात के मुसलमानों के घरों के ऊपर बुलडोजर चला दिया गया और आज उनके सिर पर छत नहीं है।

‘ये सांप्रदायिकता देश के लिए बड़ा खतरा है’

जामा मस्जिद के इमाम ने कहा, ‘हमें इसलिए सजा दी जा रही है क्योंकि हम मुसलमान हैं। देश आज सांप्रदायिकता की गिरफ्त में है। ये सांप्रदायिकता देश के लिए बड़ा खतरा है। खुलेआम एक धर्म के मानने वाले लोगों को धमकी दी जा रही है। पंचायतें करके कहा जा रहा है कि मुसलमानों का बायकॉट करो। क्या कभी 57 देशों के मुसलमानों ने किसी गैर धर्म के लोगों के बायकॉट की बात कही है? कल तक हम सब साथ रहते थे, लेकिन कुछ कट्टरपंथियों ने इस देश की फिजा को खराब कर दिया। इन्हीं सबके लिए क्या देश को आजाद कराया गया था?

‘मुसलमानों के हालात दलितों से भी बदतर हैं’

इमाम बुखारी ने कहा, ‘हम सबको पता है कि सब कुछ चुनाव की वजह से कराया जा रहा है। कोई भी पार्टी हमेशा सत्ता में नहीं रहने वाली। प्रधानमंत्री जी हालात को समझें और गौर करें। आजादी के 75 साल बाद भी मुसलमानों को सामाजिक न्याय नहीं मिला। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट इसका आईना है। मुसलमानों के लिए कमीशन बनाए जाते रहे लेकिन कुछ नहीं हुआ। मुसलमानों के हालात दलितों से भी बदतर हैं। हाल में हुई घटनाओं ने देश के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मणिपुर, मेवात, ट्रेन में मुसलमानों को मारना, गुरुग्राम में बेगुनाह इमाम का कत्ल हुआ, नूंह में बेगुनाहों के घर गिराए गए।’

‘मेवात के मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चला दिया’

जामा मस्जिद के इमाम ने आगे कहा, ‘मै यही कहूंगा कि मैं जुनून का हमसफर हूं। मेरा कोई घर नहीं। आज ये हालत मेवात के मुसलमानों के हैं, उनके पास घर नहीं, बुलडोजर चला दिया गया। भारत का कोई कानून क्या ये कहता है कि बिना जांच के लोगों के घर गिरा दिए जाएं? हम हिंसा का समर्थन नहीं करते, जो हुआ वो दर्दनाक है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए ये अच्छा नहीं।’

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.
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