तिब्बत में भूकंप का असरः चीन ने माउंट एवरेस्ट पर्यटन रोका, जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
चीन ने मंगलवार को तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के डिंगरी काउंटी में आये 6.8 तीव्रता के भूकंप के बाद माउंट एवरेस्ट के अपने हिस्से के रमणीय क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया। माउंट एवरेस्ट को माउंट क्यूमोलंगमा के नाम से भी जाना जाता है। डिंगरी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का आधार शिविर है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, भूकंप के बाद कर्मचारी और पर्यटक सुरक्षित हैं। भूकंप मंगलवार को बीजिंग के समयानुसार सुबह 9:05 बजे आया। क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, भूकंप में 53 लोगों की मौत हो गई और 62 घायल हो गए।
डिंगरी संस्कृति और पर्यटन ब्यूरो के हवाले से सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि दर्शनीय क्षेत्र में होटल की इमारतें और आस-पास के इलाके बरकरार हैं। हालांकि, डिंगरी में स्थित चीनी विज्ञान अकादमी के वायुमंडलीय और पर्यावरण अनुसंधान के लिए क्यूमोलंगमा स्टेशन में बिजली गुल है। इसके बावजूद, सुविधाएं अच्छी स्थिति में हैं। चीन-नेपाल सीमा पर स्थित, माउंट क्यूमोलंगमा 8,840 मीटर से अधिक ऊंचाई पर है, जिसका उत्तरी भाग तिब्बत में स्थित है।
इसे चीन जिजांग कहता है। मौसम के पूर्वानुमान से पता चला कि डिंगरी का तापमान शून्य से 18 डिग्री सेल्सियस नीचे से लेकर शून्य तक था। शिन्हुआ ने बताया कि माउंट क्यूमोलंगमा के चीनी हिस्से में 2024 में 13,764 विदेशी पर्यटक आए, जो 2023 में दर्ज की गई संख्या से दोगुने से भी अधिक हैं। काउंटी ब्यूरो ऑफ कल्चर एंड टूरिज्म के अनुसार, अधिकतर पर्यटक सिंगापुर, मलेशिया, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों से थे।
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