रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अहम् फैसला, मंदिर के मुख्य पुजारी को काम से किया मुक्त

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रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास को कार्य से मुक्ति का आग्रह किया है। सत्येन्द्र दास की उम्र अब 87 साल हो चुकी है। वे पिछले 34 सालों से राम जन्मभूमि में मुख्य पुजारी का काम कर रहे हैं। हालाँकि ट्रस्ट की ओर से यह भी ऐलान किया गया है की उन्हें आजीवन वेतन दिया जायेगा। साथ ही जब भी चाहे मंदिर में आ जा सकते हैं। उनके आने जाने पर कोई रोक नहीं रहेगी।

बताते चलें की आचार्य सत्येन्द्र दास 1 मार्च 1992 से मुख्य पुजारी के रूप में काम करते रहे। इसी बीच वे घटनाओं का गवाह भी रहे। जब रामलला टेंट में विराजमान थे। तब 28 सालों तक सत्येन्द्र दास रामलला की सेवा में जुटे रहे। इसके बाद 4 साल तक वे अस्थायी मंदिर में भी रामलला की पूजा अर्चना करते रहे। जब राम जन्मभूमि मंदिर बनकर तैयार हुआ तो उनके साथ चार सहायक नियुक्त किये गए। वहीँ बाद में 9 और पुजारी मंदिर में नियुक्त किये गए हैं। इस तरह अब राम जन्मभूमि मंदिर में 14 पुजारी कार्यरत हैं।

बता दें की शुरूआती दौर में आचार्य सत्येन्द्र दास का वेतन मात्र 100 रुपए हुआ करता था। लेकिन अब उन्हें वेतन के तौर पर ट्रस्ट की ओर से 38500 रुपए दिए जाते हैं। 25 नवम्बर की हुई बैठक में ट्रस्ट ने आचार्य को आजीवन वेतन देने का निर्णय लिया है। हालाँकि उनके उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए काम से मुक्ति का आग्रह भी किया है।