पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कभी किसी मामले में उन्हें जमानत मिलती, तो किसी अन्य मामले में उन्हें जेल में ही रहने का डिसिजन आ जाता है। इमरान खान सत्ता से हटने के बाद पूरी तरह से चुनाव में जाने के लिए तैयार थे पब्लिक भी उनकी रैलियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही थी। लग रहा था कि आवाम उनके साथ है। लेकिन शहबाज सरकार ने उन पर इतने केस लाद दिए कि वे उन केसेस के भंवरजाल से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तान की कई मीडिया रिपोर्ट्स ये कह रही हैं कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान जल्द ही देश और राजनीति दोनों छोड़ सकते हैं। ये दावा किया जा रहा है कि इमरान और आर्मी के बीच डील के लिए बातचीत चल रही है। इसके तहत इमरान खान को जेल से रिहा किया जाएगा और इसके बाद वे मुल्क और राजनीति दोनों छोड़ देंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पिछले दिनों इमरान की दोनों बहनों और पत्नी बुशरा ने अटक जेल में इमरान से मुलाकात के दौरान उन्हें एक मैसेज दिया। यह मैसेज एक दोस्त का था। ये दोस्त ब्रिटेन की एक ताकतवर शख्सियत है।
पाकिस्तान के तीन बड़े मीडिया हाउस जियो न्यूज, द न्यूज इंटरनेशनल और द डेली जंग ने इमरान के मुल्क और सियासत छोड़ने से जुड़ी खबर प्रकाशित की हैं। इनकी रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान बहुत जल्द पाकिस्तान और सियासत को अलविदा कह सकते हैं। उनके सामने इन दोनों चीजों को छोड़ने का विकल्प रखा जा रहा है। इमरान को तोशाखाना केस में तीन साल की सजा सुनाई जा चुकी है। इसके साथ ही वो पांच साल के लिए चुनाव लड़ने के अयोग्य (डिस्क्वालिफाई) भी हो चुके हैं।
डील के लिए क्यों तैयार हैं इमरान खान?
तोशाखाना के अलावा कम से तीन केस ऐसे हैं, जिनमें खान के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। इमरान खुद भी जानते हैं कि इन मामलों में उन्हें सजा होना तय है और अगर वो डील (फौज और सरकार से) नहीं करते हैं तो बाकी उम्र उन्हें जेल में गुजारनी पड़ सकती है। यही वजह है कि इमरान भी अब डील के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें पांच अगस्त के बाद से ही वायरल हैं। ‘द डेली जंग’ के मुताबिक फौज भी इमरान को मुल्क से रवानगी की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। अगर खान पाकिस्तान और सियासत नहीं छोड़ते हैं तो उनकी पार्टी के कई नेताओं को इलेक्शन लड़ने से रोका जाएगा। उन्हें अलग-अलग मामलों में जेल भेज दिया जाएगा।
नवाज आएंगे, इमरान जाएंगे
शेड्यूल के मुताबिक, पाकिस्तान में नवंबर में चुनाव होने हैं। हालांकि इसमें देरी भी हो सकती है। इसके पहले इमरान से डील करने की कोशिशें भी जारी हैं। उर्दू अखबार ‘द डेली जंग’ के मुताबिक लग्जरी लाइफ गुजारने वाले इमरान ज्यादा वक्त जेल में नहीं रह पाएंगे। देर-सबेर वो फौज से डील कर ही लेंगे। दूसरी तरफ, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 15 अक्टूबर तक पाकिस्तान लौट सकते हैं। वो अपनी पार्टी (PML-N) की अगुआई करेंगे। उनके भाई शाहबाज शरीफ भी इसकी पुष्टि कर चुके हैं। नवाज तीन साल से लंदन में हैं। खास बात ये है कि नवाज शरीफ ने भी फौज से डील के बाद ही पाकिस्तान छोड़ा था। इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति और आर्मी चीफ परवेज मुशर्रफ ने भी यही किया था। बेनजीर भुट्टो भी डील के तहत ही पाकिस्तान से ब्रिटेन गईं थीं। बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि इमरान के मामले में आगे क्या होगा।