भागलपुर। मायागंज अस्पताल में हड्डी रोग विभाग के एक कर्मचारी ने बाहर से दवा खरीदने के बहाने मरीज की पत्नी से 500 रुपये ले लिया और बदले में अस्पताल की सरकारी दवा थमा दिया। महिला को जब सरकारी दवा देने की जानकारी हुई तो वह कर्मचारी से रुपये मांगने लगी लेकिन वह रुपये देने की बजाय ओपीडी से भाग निकला।
झारखंड के बड़हरवा निवासी दिनेश कुमार मायागंज अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के बेड नंबर 88 पर भर्ती है। डॉक्टरों ने कुछ जांच कराने के लिए कहा था, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को पूर्वाह्न में आ गई। मरीज की पत्नी इस जांच रिपोर्ट को दिखाने के लिए गुरुवार को हड्डी रोग के ओपीडी में बैठे डॉक्टर के पास गई। डॉक्टर ने मरीज के लिए कुछ दवाएं लिखीं। वह डॉक्टर के चैंबर से बाहर आई तो हड्डी विभाग में तैनात कर्मचारी मो. बंटी से उसकी मुलाकात हो गई। पर्ची को देखकर बंटी ने महिला को बताया कि ये दवा अस्पताल में नहीं मिलेगी। अगर वह 500 रुपये दे दे तो वह बाहर के निजी दवा दुकान से दवा खरीदकर ला देगा।
महिला ने विश्वास किया और बंटी को 500 रुपये दे दिये। कुछ देर बाद बंटी ने महिला को दवा दे दी। इसकी शिकायत ओपीडी के हेल्थ मैनेजर सौरव कुमार तक गुरुवार शाम पहुंची। हेल्थ मैनेजर ने जब बंटी को ढूंढ़वाया तो पता चला कि वह घर जा चुका है। वहीं हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. मसीह आजम ने बताया कि मरीज की पत्नी से पूछताछ के बाद अधीक्षक से मिलकर इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा ने बताया कि एचओडी हड्डी रोग विभाग से इस मामले की जांच कराई जाएगी।