बिहार के सुपौल से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। यहां मुखिया(mukhiya) समेत 14 वार्ड सदस्यों (ward members) ने सामूहिक इस्तीफा(resigned) दे दिया है। सभी ने मंगलवार को पंचायती राज पदाधिकारी और बीडीओ को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
दरअसल, इस्तीफा देने वाले गनौरा पंचायत के मुखिया जितेंद्र कुमार समेत सभी वार्ड पार्षदों ने पंचायत के तकनीकि सहायक, पंचायत सचिव और जूनियर इंजीनियर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उक्त कर्मियों द्वारा पंचायत में विकास कार्यों को पूरा करने के एवज में रिश्वत की डिमांड की जाती है। जिसके कारण पंचायत में विकास के काम बाधित हो गए हैं।
घूसखोर कर्मियों के कारण विकास योजनाओं के साथ साथ जनता की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जिससे परेशान होकर मुखिया, उपमुखिया और वार्ड पार्षदों ने अपना इस्तीफा सौंपना ही उचित समझा। पूरे मामले पर मरौना बीडीओ ने कहा है कि मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने व्हाट्सएप पर अपना इस्तीफा भेजा है। पंचायत के कुछ इश्यू को लेकर विवाद है, जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
इस्तीफा सौंपने वालो में गनौरा पंचायत के मुखिया जितेन्द्र कुमार, उपमुखिया बेचनी देवी, वार्ड सदस्य माला देवी, पूनम देवी, शोभा देवी, राम प्रवेश महतो, सुचिता देवी, पिंकी देवी, वीणा देवी, अभय कुमार यादव, सुरेंद्र सदा, मदन कुमार मंडल, विनोद कुमार, ललिता देवी और विकास आनंद शामिल हैं। एकसाथ इतने जनप्रतिनिधियों के इस्तीफा देने के बाद हड़कंप मच गया है।