गया में महादलित लड़की के साथ गांव के दो युवकों ने किया दुष्कर्म, आरोपी को पुलिस ने बाइज्जत छोड़ा

Rape Sad

बिहार के गया में कोलकाता जैसी घटना हुई है। जहां नाबालिग युवती के साथ गांव के ही दो युवकों ने गंदा काम किया। जब रेप करते आरोपियों को घरवालों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया तब पुलिस ने दोनों को बाइज्जत छोड़ दिया। ना मेडिकल कराया ना बयान दर्ज कराया आखिर ऐसा करने के पीछे पुलिस की मंशा क्या है? थानेदार के रवैय्ये को भाप पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए एसएसपी कार्यालय पहुंच गयी। जिसके बाद उन्होंने गुरपा थानाध्यक्ष को पीड़िता का बयान लेकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

कोलकाता की घटना के बाद बिहार के गया जिले में एक और नाबालिग निर्भया से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। यह शर्मनाक घटना गुरुपा थाना क्षेत्र के टेंगनी गांव की है। जहां जन्माष्टमी के दिन यह घटना हुई। जब महादलित परिवार के घटवार समाज की नाबालिग लड़की अपने घर के अंदर सोई हुई थी तभी अचानक गांव के दो युवक उसे घर में अकेला देख घुस गया और बारी-बारी से रेप किया। पीड़िता ने बताया कि गांव के ही रंजीत कुमार और सचिन कुमार ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

उसके चिल्लाने के बाद घर के दूसरी तरफ सोई उसकी माँ और चाची ने रंजीत को पकड़ लिया लेकिन सचिन भागने में सफल रहा लेकिन मामला इतने पर नहीं रुका। इस मामले में गुरपा पुलिस की संवेदनहीनता भी सामने आई। परिजनों ने पकड़े गए रंजीत कुमार को पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन जब पीड़िता पुलिस के साथ थाने जा रही थी तब पीड़िता और उसके परिजनों को पुलिस ने कहकर डरा दिया कि थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराओगी तो न्यूज पेपर और मोबाइल पर आ जाएगा।

जिसके बाद गहन जांच की जाएगी। इस दौरान  काफी फजीहत में पड़ जाओगी। पुलिस थाने में ले जाकर दूसरी कहानी बनाकर आवेदन लिखवा दिया और दोनों आरोपी को छोड़ दिया गया। जबकि पीड़िता चीख  चीख कर बता रही थी कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है और मुझे इंसाफ चाहिए। गुरपा पुलिस ने ना नहीं पीड़िता का 164 का बयान कराया और ना ही मेडिकल जांच ही कराया।

मेडिकल जांच करायी जाती तब पीड़िता के आरोपों की पुष्टि हो जाती। लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। पीड़िता गरीब परिवार से आती है और जंगली क्षेत्र की रहने वाली है। हाई प्रोफाइल वाले मामले में देर सवेर पीड़िता को न्याय मिल जाती है लेकिन इस महादलित नाबालिग निर्भया को इंसाफ मिल भी पाएगी या नहीं या फिर उसकी चीख जंगलों में ही गुम हो जाएगा कहना मुश्किल है।

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता रेप कांड के बाद कहा था कि महिलाओं के अपराधों को क्षमा नहीं किया जा सकता। ऐसे अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इस वारदात से पीड़िता काफी सदमे में है। आज वो एसएसपी आशीष भारती से मिलने पहुंची थी जहां न्याय की गुहार लगायी। एसएसपी आशीष भारती ने गुरपा थानाध्यक्ष को फोन किया और पीड़िता का बयान लेकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि थानेदार साहब एसएसपी का बात सुनते हैं या फिर एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देते हैं।

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.