कई बार कुछ सियासी समीकरण दिलचस्प बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही इस बार हो रहा है हरियाणा की एक लोकसभा सीट हिसार पर. यहां पर देवरानी जेठानी ने ससुर का सियासी खेल ही बिगाड़ दिया. दरअसल, चौटाला परिवार के तीन लोग चुनाव मैदान में उतर गए. ऐसे में यहां कोई नहीं जीता. आलम यह है कि न तो देवरानी जीत रही हैं, न जेठानी. ससुर की जीत पर भी ग्रहण लग गया.
कौन-कौन मैदान में
हिसार लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने निर्दलीय विधायक और सरकार में मंत्री रहे रणजीत चौटाला को उतारा है. कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी मैदान में थे. इधर जननायक जनता पार्टी की ओर से नैना चौटाला ने भी ताल ठोंक दी. इसी तरह इंडियन नेशनल लोकदल से सुनैना चौटाला भी चुनाव मैदान में थीं, ये दोनों चौटाला परिवार की बहुएं हैं. रणजीत चौटाला रिश्ते में इन दोनों के ससुर लगेंगे.
कैसे बिगड़ रहा गणित
हिसार लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला और कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी के बीच कांटे की टक्कर चली. आखिरकार इस सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश 57736 वोटों से चुनाव जीतने में कामयाब रहे. जयप्रकाश को कुल 557856 वोट मिले वहीं भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को 500120 वोट मिले.
लोकसभा चुनाव की काउंटिंग शुरू होने के बाद से ही दोनों में सीधी टक्कर देखी जा रही थी. जयप्रकाश जेपी कभी रणजीत चौटाला से 7000 वोटों से आगे चल रहे थे, तो कभी दस हजार वोटों से हालांकि अभी यह अंतर 50 हजार से अधिक पहुंच गया. इस सीट से रणजीत चौटाला की बहू इंडियन नेशनल लोक दल से चुनाव लड़ रहीं सुनैना चौटाला को 22022 वोट मिले हैं. जन नायक जनता पार्टी की नैना चौटाले को 21786 वोट मिले हैं. यहां बसपा के उम्मीदवार को 25834 वोट मिले हैं.