इंदौर में भाजपा उम्मीदवार ने तो तोड़ दिया अमित शाह का भी रिकॉर्ड, जीतने की वजह है दिलचस्प!

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लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आज जारी हो रहे हैं. इसी कड़ी में कई जगहों पर लोकसभा उम्मीदवारों ने रिकॉर्डतोड़ वोटों से जीत हासिल की है, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भी नाम शामिल है. लेकिन उन्हीं के पार्टी के एक उम्मीदवार ने अधिक वोटों के अंतर से जीतने का उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी की, हालांकि इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार के बाद अगर किसी को सबसे अधिक वोट मिला है, तो वो है नोटा. इंदौर में लोगों ने नोटा को 2 लाख वोट दिए हैं. ऐसे में वोटों के अंतर पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए निर्वाचन आयोग ने कहा कि वोटों का अंतर नोटा से नहीं बल्कि तीसरे नंबर के पार्टी उम्मीदवार से तय की जाएगी. बता दें कि तीसरे नंबर पर बसपा के उम्मीदवार हैं.

गृहमंत्री अमित शाह 7 लाख 11 हजार से अधिक वोटों से जीतने की रिकॉर्ड बना रहे थे, तभी खबर पहुंची की इंदौर से भाजपा के ही उम्मीदवार शंकर लालवानी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी नोटा (NOTA) से तकरीबन 10 लाख वोटों से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं, जो कि गृहमंत्री शाह के द्वारा आज ही बनाये गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.

इसी बीच इलेक्शन कमिशन ने बाताया कि उनकी जीत का अंतर नोटा से नहीं बल्कि पार्टी के उम्मीदवार, जोकि बासपा के कैंडिडेट हैं उनसे की जाएगी. बासपा के कैंडिडेट संजय सोलंकी को मात्र 51 हजार वोट मिले हैं. लालवानी 11 लाख वोटों से जीत दर्ज कर लिये हैं.

नोटा ने भी बनाया रिकॉर्ड
इंदौर में लोकसभा चुनाव के दैरान नॉमिनेशन के दौरान कई उठा पटक देखे गए. कांग्रेस प्रत्याशी के कैंडिडेचर कैंसिल होने के बाद, पार्टी ने वहां पर नोटा के लिए प्रचार किया था. आज, 4 जून को काउंटिंग के दौरान नोटा ने एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. नोटा को कुल 2 लाख 18 हजार वोट मिले हैं.

2019 में बने थे रिकॉर्ड
इससे पहले 2019 के लोकसभा सीट चुनाव में 6 लाख 89 हजार 668 वोट से सबसे बड़ी जीत हासिल करने का रिकॉर्ड था. लेकिन 2024 चुनाव में गृहमंत्री शाह 7 लाख वोटों से जीतने का रिकॉर्ड बनाते बनाते रह गए. शाह के सबसे बड़े वोटों से जीतने का रिकॉर्ड उन्हीं के पार्टी के इंदौर के कैंडिडेट के नाम हो गया है, जो कि लगभग 10 लाख से ज्यादा वोटों से जीत रहे हैं.

2014 का रिकॉर्ड
2014 लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीतने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम था. उन्होंने 5 लाख से अधिक वोटो से जीत दर्ज किया था, लेकिन उसी साल पीएम मोदी ने वाराणसी सीट से भी विजयी रहे थे, तो उन्होंने वजडोदरा सीट को छोड़ दिया था.

दिवंगत रामविलास पासवान के नाम है अनूठा रिकॉर्ड
लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के नाम भी रिकॉर्ड वोट से जीतने का अनूठा रिकॉर्ड है. उन्होंने दो लोकसभा चुनाव दो बड़े अंतर से जीतने का रिकॉर्ड बनाया था. 1989 के लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट से उन्होंने 5 लाख वोट से जीता था. तो साल 1977 में वे 4 लाख 24 हजार वोट से जीत कर रिकॉर्ड बनाया था.

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.