आनंद मोहन के जवाब में चिराग ने खेला दलित कार्ड, कहा- उसी समाज पर अंगुली उठा रहे हैं
बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उप चुनाव का रिजल्ट आये 5 दिन हो चुके हैं. लेकिन सत्तारूढ़ एनडीए के दो नेताओं के बीच जुबानी तकरार का सिलसिला तेज होता जा रहा है. ये जंग बाहुबली जेडीयू नेता आनंद मोहन और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बीच छिड़ा है. आनंद मोहन ने उप चुनाव में चिराग पासवान के रोल पर सवाल उठाये थे. जवाब देने उतरे चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश की कृपा से जेल से छूटने वाले आनंद मोहन उसी दलित समाज पर निशाना साध रहे हैं, जिसके काऱण जेल में बंद थे.
बता दें कि उपचुनाव के दौरान चिराग पासवान गया जिले की इमामगंज सीट पर एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी के लिए प्रचार करने नहीं गये थे. हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा की प्रत्याशी दीपा मांझी के लिए चिराग के प्रचार नहीं करने पर आनंद मोहन ने सवाल उठाये थे. आनंद मोहन ने कहा है कि इमामगंज से केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी के लिए चिराग प्रचार करने नहीं गए. इस सीट पर प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के कैंडिडेट जितेंद्र पासवान 37 हजार वोट ले आए. चिराग को बताना चाहिये कि वे किसके साथ हैं.
चिराग का पलटवार
बुधवार को चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन पर पलटवार किया. चिराग ने कहा-आनंद मोहन सक्रिय राजनीति से जुड़े हुए नहीं हैं. इसलिए उनकी बात पर किसी तरह की प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं है. हालांकि, उनके परिवार के कई सदस्य सक्रिय राजनीति में हैं. आनंद मोहन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा पर जेल से बाहर आए हैं. वे दलित समाज के अधिकारी के खिलाफ संगीन आरोपों की वजह से जेल में थे. अब उसी दलित समाज के लोगों पर फिर से उंगली उठा रहे हैं.
आनंद मोहन ने तीखा सवाल किया था
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि चिराग एनडीए में हैं भी या नहीं? वह पासवानों के नेता हैं या नहीं? इस पर सवाल खड़ा हो गया है. चिराग को तय करना होगा कि वह किस पक्ष में हैं. अगर एनडीए में हैं तो इमामगंज में उनकी जाति का एक नौजवान एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ इतने वोट कैसे ला सकता है.
आनंद मोहन के बेटे का भी हमला
आनंद मोहन का चिराग पर हमला के बाद उनके बेटे और विधायक चेतन आनंद ने भी चिराग पासवान को आड़े हाथों लिया. चेतन ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इमामगंज जैसी प्रतिष्ठा वाली एनडीए की सीट फंसी हुई थी. वहां पर चिराग पासवान प्रचार करने नहीं गए. वह जीतनराम मांझी को उनके घर में ही नीचा दिखाना चाहते थे, इसलिए वहां नहीं गए. चेतन आऩंद ने चिराग की जन सुराज से अंदरखाने कोई डील होने पर भी आशंका जतायी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने इस विवाद से पल्ला झाड़ लिया है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि यह दो नेताओं के आपस का मामला है। उन्होंने एनडीए के एकजुट होने का दाव भी किया। बता दें कि आनंद मोहन की पत्नी शिवहर से जेडीयू की लोकसभा सांसद हैं।
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