उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में आभूषण की दुकान में दिनदहाड़े डकैती का एक वांछित अपराधी और मुख्य आरोपी गुरुवार तड़के राज्य विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
मंगेश यादव, जिसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था, मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए सीएचसी भदैया में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने मौके से 32 बोर की पिस्टल, कारतूस, 315 बोर का पिस्टल, बाइक और लूटे गए आभूषण बरामद किए हैं। जौनपुर के मूल निवासी मंगेश पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
हालांकि, इस मुठभेड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल खड़े कर दिए है। मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने चिंता जताई है। मुठभेड़ में मारे गए यादव को सपा प्रमुख ने “फर्जी मुठभेड़” का शिकार करार दिया है। यादव ने अधिकारियों पर जाति के आधार पर व्यक्तियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोगों की संलिप्तता को छुपाने के लिए मुठभेड़ का मंचन किया गया था।
अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी। उन्होंने कहा कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
सपा नेता ने आगे लिखा कि नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। उन्होंने कहा कि जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है।
28 अगस्त को, सुल्तानपुर के मेजरगंज इलाके में पांच हथियारबंद लोगों ने दिनदहाड़े एक आभूषण की दुकान से बंदूक की नोक पर 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का कीमती सामान लूट लिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज ऑनलाइन सामने आया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना दोपहर करीब 12 बजे की है जब दो बाइक पर सवार पांच लोग ज्वैलर्स भरतजी सोनी के शोरूम में घुस गए. उनमें से तीन ने हेलमेट पहना था और दो ने अपना चेहरा जख्मों से ढका हुआ था। घटना के बाद से पुलिस और यूपी एसटीएफ मामले को सुलझाने में लगी हुई है। इस घटना में मंगेश यादव भी शामिल था। इससे पहले पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीन अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया था।