गया: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शिक्षकों की मांगों को सरकार द्वारा अनदेखी किए जाने पर कहा कि शिक्षक कई दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारा मानना है कि शिक्षकों को सरकारी नौकर का दर्जा मिलना चाहिए। तभी वह अच्छी शिक्षा दे पाएंगे। शिक्षकों की मांग बिल्कुल जायज है, शिक्षकों पर लाठीचार्ज एवं आंसू गैस छोड़ना सरासर गलत है।
आगे उन्होंने कहा कि हम इसकी घोर निंदा करते हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिक्षकों की मांगों को देखते हुए उनसे बात करना चाहिए। उन्होंने कल भाजपा के द्वारा शिक्षकों के समर्थन में पटना के गांधी मैदान से विधानसभा तक पैदल मार्च कर विधानसभा घेरने की तैयारी है जिसमें हमारी पार्टी भी साथ रहेगा।
उन्होंने कहा कि हम एनडीए के साथ है तो बिल्कुल हमारे पार्टी के कार्यकर्ता कल विधानसभा घेराव में रहेंगे। उन्होंने एनडीए के खिलाफ विपक्षी एकजुटता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक होना एक साथ होना अपना काम है, लेकिन हम समझते हैं कि पटना में विपक्षी एकता मिले हैं लेकिन उसका असर महाराष्ट्र में देखने को मिला है। ममता दीदी कुछ कहते हैं, अरविंद केजरीवाल कुछ कहते हैं और लोग कुछ कह रहे हैं। जब एक दूसरे में ही विरोधी कर रहे हैं तो हम नहीं समझते हैं कि वह कभी एकजुट हो पाएंगे।