यूपी में विधायक की पत्नी चल रही फरार और जेल में है बेटा..

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घरेलू सहायिका 17 वर्षीय नाजिया को आत्महत्या के लिए उकसाने व नाबालिग से बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी कराने के मामले में दर्ज मुकदमे के बाद फरार चल रहे भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग ने गुरुवार की दोपहर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सबीहा खातून की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।

वह जिला एवं सत्र न्यायालय के दूसरे नंबर के गेट पर पहुंचे ही थे कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की। इससे विधायक के साथ मौजूद अधिवक्ताओं से पुलिस की झड़प हो गई। उन्हें पकड़ने के चक्कर में विधायक की टी-शर्ट फट गई।

जैसे-तैसे विधायक भागते हुए कोर्ट में पहुंच गए। न्यायालय से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, विधायक की पत्नी सीमा बेग अभी भी फरार चल रही हैं। उनकी गिरफ्तारी को पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। पुलिस उन्हें रिमांड पर लेने को न्यायालय में अर्जी दाखिल करेगी।

अधिवक्ता के साथ कार में अकेले आए

विधायक अपने अधिवक्ता मजहर शकील के साथ उनकी कार में अकेले पहुंचे थे। गेट नंबर एक पर काफी फोर्स लगी थी इससे न्यायालय के गेट नंबर दो पर रुके। कार रुकते ही विधायक ने परिसर में घुसने का प्रयास किया तो मौजूद पुलिस उन्हें पकड़ने लगे, यह देख अधिवक्ता और पुलिस में झड़प हो गई।

किसी तरह भागते हुए उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। विधायक के अधिवक्ता ने कहा कि 14 दिन बाद उनकी सुनवाई होगी। इसमें वे जमानत अर्जी दाखिल करेंगे।

उनके बेटे जईम बेग को चार दिन पूर्व हिरासत में लिया गया था, लेकिन पुलिस ने गिरफ्तारी दिखाई है। इसको लेकर न्यायालय में चैलेंज किया गया है। न्यायाधीश ने एसपी से जवाब मांगा है। इस मामले की शुक्रवार को सुनवाई होगी।

यह है घटनाक्रम

  • 8 सितंबर: रात में भदोही के मालिकाना मुहल्ले स्थित विधायक के आवास में घरेलू सहायिका 17 वर्षीय नाजिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
  • 9 सितंबर: श्रम, प्रोबेशन विभाग व बाल कल्याण समिति ने जांच की। जांच के दौरान उनके घर से एक अन्य 15 वर्षीय किशोरी बरामद कर मुक्त कराई गई।
  • 10 सितंबर: मुक्त कराई किशोरी का मेडिकल कराया वह 17 साल की मिली। उसके बयान दर्ज किया गया।
  • 11 सितंबर: किशोरी का श्रम व बालक कल्याण समिति कार्यालय में बयान दर्ज हुआ।
  • 12 सितंबर: किशोरी का बयान किया गया दर्ज।
  • 13 सितंबर: मुक्त कराई गई किशोरी को बाल संरक्षण गृह प्रयागराज भेजा गया।
  • 14 सितंबर: देर शाम विधायक उनकी पत्नी के खिलाफ बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी व आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ। रात से ही विधायक व उनकी पत्नी फरार हो गए।
  • 15 सितंबर: पुलिस का छापा, बेटा को हिरासत में लिया गया।
  • 18 सितंबर: बेटा को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
  • 19 सितंबर: विधायक ने सीजेएम कोर्ट में किया आत्मसमर्पण।

उधर पुलिस अधीक्षक डाॅ. मीनाक्षी कात्यायन ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी को पुलिस ने प्रयास किया पर उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। जल्द ही विधायक को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। उनकी पत्नी अभी भी फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी को संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।

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